Joint family benefits: दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने हाल ही में टेनिस खिलाड़ी हिमानी मोर से शादी कर ली है। इसके बाद लगातार उनकी शादी की तस्वीरें सामने आ रही हैं और उनमें पूरी तरह से आप उनके परिवार को देख सकते हैं। शादी के बाद नीरज चोपड़ा का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है जिसमें वो बता रहे हैं कि जॉइंट फैमिली में रहने के क्या फायदे हैं। नीरज चोपड़ा इस वीडियो में बता रहे हैं कि आज के समय में जब लोग न्यूक्लियर फैमिली में रहते हैं वहीं वो जॉइंट फैमिली में रहते हैं। वो बचपन से ही जॉइंट फैमिली में भी पले बढ़े हैं। तो आइए जानते हैं संयुक्त परिवार में रहने के क्या फायदे हैं पर उससे पहले समझते हैं जॉइंट फैमिली का क्या मतलब है?

- जॉइंट फैमिली का क्या मतलब है?
जॉइंट फैमिली का मतलब होता है जब माता-पिता के साथ आपके दादा-दादी, चाचा-चाची और पिता या माता के भाई-बहन का पूरा परिवार आपके साथ रहे। इसे ऐसे समझें कि आपके साथ कई सारे न्यूक्लियर फैमिली रहते हैं जो एक साथ होकर जॉइंट फैमिली कहलाते हैं।
संयुक्त परिवार में रहने के क्या फायदे हैं?
हर दिन होता है किसी त्योहार की तरह
नीरज चोपड़ा बताते हैं कि जॉइंट फैमिली में रहना किसी त्योहार जैसा होता है। आपके घर में इतने लोग रहेंगे कि लगेगा कि हमेशा कोई उत्सव या फिर कोई त्योहार जैसा लगेगा। अगर घर में 4 लोग भी रहते हैं तो लगेगा कि घर में कोई नहीं है।
जिम्मेदारियां कम हो जाती हैं
जॉइंट फैमिली में जिम्मेदारियां कम हो जाती हैं और आपको लग सकता है कि आप कंधे हल्के हो गए हैं। परिवार में इतने लोग होते हैं कि कोई न कोई आपको कुछ काम अपने हाथ में ले लेगा और आपको हल्का महसूस करवाएगा। ऐसे में आपको प्रेशर कम महसूस होगा, हर मुश्किल आसान हो जाएगी और आप स्ट्रेस फ्री रहेंगे।
अकेलापन और डिप्रेशन नहीं होता
जॉइंट फैमिली का माहौल ऐसा होता है कि आपको कभी अकेलापन महसूस नहीं होगा। आप हमेशा लोगों से इतना घिरे रहेंगे कि आपको डिप्रेशन नहीं होगा और न ही आप कभी लंबे समय तक उदास रह पाएंगे। कुछ न कुछ ऐसा होता रहेगा कि आपका मन लगा रहेगा और हर दिन आपको एक नई खुशी या हंसी की वजह मिलती रहेगी।

बच्चे खुश रहते हैं और उनकी अच्छी परवरिश होती है
जॉइंट फैमिली का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपके बच्चे खुश रहते हैं और आसानी से पल जाते हैं। इतना ही नहीं वो एक अच्छे व्यक्ति बनते हैं और उन्हें कई चीजों की समझ होती है या फिर उनमें ठहराव नजर आता है। इतना ही नहीं दादा-दादी और अपने चाचा-ताऊ के बच्चों के साथ उनकी परवरिश अच्छी हो जाती है और वो हमेशा खुश और एक समझदार इंसान के रूप में बड़े होते हैं। आगे जानें Split ends को ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
