संजय गांधी-मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी बीजेपी सांसद हैं। उनके पिता की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती थी, लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब मेनका को वरुण के साथ घर छोड़ना पड़ा। मेनका ने बीजेपी के साथ अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। इसके बाद वरुण भी राजनीति में आए और सांसद बने। वरुण गांधी ने साल 2011 में ग्राफिक डिज़ाइनर यामिनी रॉय चौधरी से शादी की थी।
वरुण और यामिनी की शादी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में साधारण विवाह समारोह में हुई थी। वरुण गांधी खुद शादी का न्योता लेकर अपनी ताई सोनिया गांधी के निवास स्थान 10 जनपथ पर पहुंचे थे। वरुण गांधी के साथ उनकी मां मेनका गांधी भी मौजूद थीं। काफी लंबे समय बाद वरुण अचानक सोनिया के घर पहुंचे तो अलग-अलग चर्चाएं भी शुरू हो गई थीं। ‘आजतक’ के मुताबिक, ये मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली और वरुण खुशी-खुशी घर से बाहर निकले थे।
वरुण गांधी के इस फैसले की काफी तारीफ भी हुई थी। वरुण और मेनका के न्योते के बाद भी सोनिया गांधी शादी समारोह में शामिल नहीं हुईं। न्यूज़ एजेंसी ‘पीटीआई’ के मुताबिक, वरुण गांधी की शादी में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी नहीं आए थे। जबकि साल 1997 में हुई प्रियंका गांधी की शादी में वरुण गांधी मौजूद थे। वरुण ने कहा था, ‘प्रियंका दीदी नहीं आ पाईं क्योंकि वह ठीक नहीं थीं जबकि राहुल भाई के पैर में फ्रैक्चर हो रहा है।’
कांग्रेस पर साधा वरुण गांधी ने निशाना: वहीं, मेनका गांधी से जब इस बारे में पूछा गया था तो उनकी भाषा से थोड़ी नाराज़गी सामने आई थी। मेनका गांधी ने कहा था, ‘जिन्होंने आना था वो आ गए हैं।’ वरुण गांधी से हाल ही में एक इंटरव्यू में कांग्रेस की झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जीत के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि भाजपा का बेंचमार्क ही इतना ऊपर है कि दूसरी पार्टियां कम उपलब्धि को ज्यादा समझ लेती हैं। वरुण गांधी ने कहा था कि आप महाराष्ट्र की बात कर रहे हैं। जिस दल की आप बात कर रहे हैं उनकी सीटें गिनिए और भाजपा की सीटें उनसे चार गुना है।

