यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से उठना-बैठना तक दूभर हो जाता है। सर्दियों में यूरिक एसिड के मरीजों की परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है। इस मौसम में यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन ज्यादा रहती है। गिरता तापमान जोड़ों की स्टिफनेस बढ़ा देता है। यूरिक एसिड ऐसे टॉक्सिन है जो बॉडी में रुक जाए जाएं तो बॉडी को बीमार बना देते हैं।

आमतौर पर यूरिक एसिड सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी उसे फिल्टर करके आसानी से यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। लेकिन जब बॉडी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है और किडनी उसे फिल्टर करके बाहर निकालने में नाकामयाब रहती है तो ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं। यूरिक एसिड का जोड़ों में जमा होना गाउट का कारण बनता है।

डाइट में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का सेवन यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ा देता है। अगर यूरिक एसिड का उपचार नहीं किया जाए तो इसकी वजह से हड्डियों, जोड़ों और ऊतकों को हानि पहुंचती है। यूरिक एसिड किडनी और दिल के रोगों का भी खतरा बढ़ा सकता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो डाइट का ध्यान रखें। हमारी मेन डाइट हमारा भोजन है। भोजन में ऐसे अनाज का होना जरूरी है जिनसे यूरिक एसिड नहीं बनता। आइए जानते हैं ऐसे 3 अनाज के बारे में जिनका सेवन करने से बॉडी में प्यूरी की मात्रा कंट्रोल रहती और यूरिक एसिड नहीं बनता।

ज्वार का आटा खाएं:

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो ज्वार का आटा खाएं। यूरिक एसिड के मरीज डाइट में ऐसे पोषक तत्वों को शामिल करें जिसमें प्रोटीन, हेल्दी फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स शामिल हो। ज्वार का आटा यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है।

चावल का सेवन करें:

यूरिक एसिड के मरीज डाइट में चावल का सेवन करें। चावल एक ऐसा अनाज है जिसमें प्यूरीन की मात्रा बेहद कम होती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो चावल खाएं। चावल बॉडी में कॉम्पलेक्स, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन बी की की कमी को पूरा करता है। फाइबर से भरपूर चावल पाचन को दुरुस्त रखता है। इसका सेवन करने से यूरीन की समस्याएं दूर होती है।

मूंग दाल खाएं:

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो मूंग की दाल का सेवन कर सकते हैं। मूंग दाल में बेशक प्यूरीन ज्यादा होता है लेकिन ये यूरिक एसिड को नहीं बढ़ाती। मूंग दाल का सेवन करने से सेहत को बेहद फायदे पहुंचते हैं। ये दाल पाचन को दुरुस्त रखती है और पेट की गर्मी को कम करती है। इसका सेवन करने से कब्ज की शिकायत दूर होती है। पोषक तत्वों से भरपूर मूंग की दाल यूरिक एसिड के मरीजों की सेहत को फायदा पहुंचाती है।