खराब जीवनशैली और बिगड़ा हुआ खान-पान डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थॉयराइड और यूरिक एसिड बढ़ने जैसी कई बीमारियों का कारण बनता है। शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना अपने साथ कई तरह की परेशानियां लेकर आता है। यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं हैं वो हम सब की बॉडी में बनता है, जिसे किडनी यूरिन के जरिए बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड का बॉडी से बाहर नहीं निकलना परेशानी की बात है। यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी अब कम उम्र के युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है।

डाइट में प्यूरीन का अधिक सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है जिसे किडनी बाहर नहीं निकाल पाती तो ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। डाइट में रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, पनीर, चावल और शराब का अधिक सेवन करने से यूरिक एसिड तेजी से बनता है। योग गुरु बाबा राम देव से जानते हैं कि बॉडी में यूरिक एसिड तेजी से बनने से बॉडी में कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है और उनका उपचार कैसे करें।

यूरिन का अधिक डिस्चार्ज होना: ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर मरीज को यूरिन ज्यादा डिस्चार्ज होता है। बार-बार पेशान आने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। मरीज की बॉडी में पानी की कमी हो सकती है।

यूरिन में जलन होना: ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर पेशाब में जलन हो सकती है। यूरिन में जलन का इलाज नहीं किया जाएं तो यूटीआई इंफेक्शन (Urinary tract infections)का भी खतरा हो सकता है।

पेशाब में खून आनाः शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से आपकी बॉडी में पानी की कमी हो सकती है और पानी की कमी के कारण आपके पेशाब में खून भी आ सकता है। पेशाब में खून आना इस बात का संकेत है कि आप संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।

गाठिया की परेशानी का बढ़ना: ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है जो गठिया रोग का कारण बनता है। जोड़ों में क्रिस्टल का जमना गंभीर दर्द का कारण बनता है।

किडनी में पथरी होना: ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से गुर्दे की पथरी होने का खतरा अधिक रहता है। गुर्दे की पथरी की वजह से यूरिन में ब्लड आ सकता है।

इन बीमारियों का भी बढ़ सकता है खतरा: ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से दिल की बीमारी, पैरों की उंगलियों में टेडापन और पीठ दर्द का खतरा बढ़ सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर डाइट में करें बदलाव: यूरिक एसिड बढ़ने पर मरीज डाइट में फाइबर युक्त चीजें जैसे साबुत अनाज, सेब, संतरे और स्ट्रॉबेरी का सेवन करें। डाइट में आंवला, अमरूद, केला, बेर, बिल्व, कटहल, शलगम, पुदीना, मूली के पत्ते, मुनक्का, दूध, चुकंदर, चौलाई, बंदगोभी, हरा धनिया और पालक को शामिल करें।

पानी ज्यादा पीएं: पानी का सेवन अधिक करें ताकि पेशाब ज्यादा आने पर बॉडी हाइड्रेट रहे।

व्यायाम करना चाहिए: एक्सरसाइज आपको कई रोगों से बचाती है। आप यूरिक एसिड बढ़ने पर लगातार वॉक और एक्सरसाइज करें आपकी बॉडी में फर्क साफ दिखेगा।