UPSC 2020 के नतीजे घोषित होने के साथ कामयाब हुए कैंडिडेट्स के परिवार में जश्न शुरू हो गया था। एक ऐसा ही परिवार बाराबंकी के राध कांत शुक्ला का है, क्योंकि उनके बेटे आदर्श ने UPSC CSE-2020 में 149 रैंक हासिल की थी। उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले के आदर्श कांत शुक्ला ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर कर ली है। सबसे खास बात है कि आदर्श ने कभी कोई कोचिंग भी जॉइन नहीं की और अब वह जल्द ही आईपीएस बनने जा रहे हैं।
आदर्श ने अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय माता-पिता को दिया है। आदर्श के पिता बेहतर जीवन का सपना लेकर 20 साल पहले गांव से बाराबंकी आए थे। वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। राधा कांत बाराबंकी के बाढ़ प्रभावित तहसील तहसील से आते हैं। अभी वह एक प्राइवेट फर्म में जीएसटी डिपार्टमेंट में अकाउंटेंट के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। आदर्श की मां गीता शुक्ला गृहिणी हैं। घर की कठिन परिस्थितियों में गीता ने अपने बेटे आदर्श और बेटी स्नेहा की परवरिश की थी।
राधा कांत जिले के हेडक्वार्टर में शिफ्ट हो गए थे। इससे पहले वह एक किराए के घर पर रहते थे। हालांकि समय के साथ उन्होंने मयूर बिहार कॉलोनी में अपना खुद का मकान बना लिया था। आदर्श के पिता ने कहा कि उनके बेटे ने उनका सपना पूरा कर दिया। राधा कांत ने कहा कि वह भी आईपीएस अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए थे। अब उनके बेटे ने ये कर दिखाया।
गोल्ड मेडलिस्ट हैं आदर्श: आदर्श शुरुआत से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थे। उन्होंने हाई और इंटरमीडिएट एग्जाम में टॉप किया था। वह ग्रेजुएशन के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए आदर्श को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था। आदर्श ने Bsc लखनऊ स्थित नेशनल PG कॉलेज से की है। सिर्फ 21 साल की उम्र में आदर्श ने यूपीएससी एग्जाम दिया था। उनकी बहन स्नेहा वकालत की पढ़ाई कर रही है।
पूर्व आईएएस और कांग्रेस प्रवक्ता पीएल पुनिया भी आदर्श को बधाई देने के लिए उसके घर पहुंचे थे और उन्होंने आदर्श को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं। इसके अलावा कई अन्य राजनीतिक पार्टियों और दिग्गज लोगों ने आदर्श को सोशल मीडिया पर बधाई दी है।
