UPSC-2020 ऑल इंडिया टॉपर शुभम कुमार अपने घर पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया था। शुभम को बधाई देने के लिए कई लोग आ रहे थे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने तो उनके पिता को फोन कर बधाई भी दी थी। शुभम ने भले ही यूपीएससी में टॉप किया हो, लेकिन टॉप 10 की लिस्ट में उनके इंटरव्यू में सबसे कम नंबर आए थे। शुभम कुमार को इंटरव्यू में 176 नंबर मिले थे। जबकि उनके लिखित परीक्षा में 878 अंक मिले थे। इस हिसाब से उनके कुल अंक 1054 बैठे थे।

वहीं, दूसरा स्थान हासिल करने वाली जागृति अवस्थी को इंटरव्यू में 193 नंबर मिले थे और उन्हें लिखित परीक्षा में 859 अंक मिले थे। इसके बाद उनके कुल अंक 1052 बैठे थे। अंकिता जैन को UPSC CSE-2020 में तीसरा स्थान मिला था। उनके इंटरव्यू में 212 नंबर थे। वहीं, उन्हें लिखित परीक्षा में 839 अंक मिले थे। इस हिसाब से उनके कुल अंक 1051 बैठे थे। बता दें, कट ऑफ मार्क्स केवल जीएस पेपर-1 के आधार पर ही तैयार होते हैं। जबकि जीएस पेपर-2 में क्वालीफाइंग 33 प्रतिशत था।

कैसे करते थे शुभम कुमार तैयारी: एक इंटरव्यू में शुभम कुमार ने बताया था, ‘मैंने साल 2018 में यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की थी। मैंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। कई बार मेरी हिम्मत टूट जाती थी। लेकिन माता-पिता और भाई के सहयोग से ही ऐसा हो पाया है। मैं सिर्फ 7-8 घंटे पढ़ाई करता था। पिछली बार मेरा चयन इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विस में हो गया था। लेकिन मैं आईएएस बनना चाहता था। इसलिए मैंने दोबारा एग्जाम देने का फैसला किया था।’

कोचिंग का कितना महत्व है? शुभम कुमार से जब कोचिंग को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘2018 में मैंने दिल्ली में कोचिंग लेना शुरू किया था। हालांकि मैंने ज्यादा लंबे समय तक कोचिंग नहीं ली। इसके बाद मैंने खुद से पढ़ाई करना शुरू कर दिया था। आजकल ऑनलाइन सब चीजें मौजूद हैं तो यहां से भी कई चीजों की तैयारी आसानी से हो सकती है। लेकिन अपनी रणनीति पर काम करना बहुत जरूरी है। क्योंकि उसी रणनीति पर चलना भी फिर बहुत जरूरी होता है। सिर्फ रणनीति बनाना ही मकसद नहीं होना चाहिए।’