उत्तर प्रदेश में सिराथू (Sirathu) विधानसभा सीट से उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को समाजवादी पार्टी (SP) कैंडिडेट पल्लवी पटेल ने हराया है। चुनाव आयोग (EC) की ओर से घोषित नतीजों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता को पटेल ने 7,337 मतों से मात दी। उन्हें 1,06,278 वोट मिले, जबकि मौर्य को 98,941 मत हासिल हुए।

पल्लवी सपा के सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने शुरू से ही मौर्य पर बढ़त बना कर रखी थी। हालांकि, दोनों के बीच लगातार बहुत कांटे की टक्कर रही, लेकिन अंत में जीत पल्लवी के खाते में गई। हालांकि, उन पर ढेर सारा कर्ज भी है।

पल्लवी का अपनी बहन और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से काफी समय से विवाद रहा है। नामांकन के दौरान पल्लवी ने संपत्ति का ब्योरा दिया है, जिसमें उन्होंने कुल संपत्ति 3.35 करोड़ घोषित की। हलफनामे के मुताबिक, सपा नेता के ऊपर बैंक का 8.87 लाख रूपए का लोन है।

सपा प्रत्याशी के पास चल संपत्ति के रूप में 55 लाख रूपए हैं और उनके पति के पास चल संपत्ति के रुप में 18 लाख रुपए हैं। पल्लवी पटेल के पास कुल 2.3 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। इसके अलावा, उनके पति के पास अचल संपत्ति के रूप में 31 लाख रूपए हैं। पल्लवी के ऊपर कोई भी केस नहीं है।पल्लवी के पास दर्शनशास्त्र की डिग्री है। चुनावी हलफनामे में पल्लवी पटेल ने अपनी आमदनी का स्रोत व्यवसाय को बताया है।

पल्लवी पटेल के पिता डॉ. सोनेलाल पटेल ने अपना दल नाम की पार्टी बनाई थी। इसी पार्टी को लेकर अनुप्रिया पटेल और उनकी बहन पल्लवी के बीच विवाद चल रहा है। इस विवाद के बाद इन्होंने अपना दल कमरेवादी नामक मोर्चा बनाया, जो सपा के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव मैदान में है। अपना दल कमरेवादी की अध्यक्ष इनकी मां कृष्णा पटेल हैं।

कृष्‍ण पटेल और सपा गठबंधन को बड़ा झटका

दूसरी तरफ, यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले अपना दल कमेरावादी को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजवन सिंह पटेल अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। इनके अलावा, भाजपा में शामिल होने वालों में बहराइच से कांग्रेस के पूर्व सांसद कमल किशोर कमांडो की बहू भी हैं।