किसी भी देश के लिए ‘राष्ट्र गान’ और ‘राष्ट्रीय गीत’ धरोहर की तरह होते हैं, जिससे उस देश की पहचान और छवि जुड़ी हुई होती हैं। बता दें कि हर देश का अपना अलग राष्ट्रीय गीत होता है, लेकिन सभी देशों के राष्ट्रीय गीत की भावना राष्ट्रभक्ति की ही होती है।
भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ है जो कि बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा लिखा गया था। जिन्हें बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि इस साल भारत की आजादी को 75 साल पूरे हो रहें हैं। आजादी के इस अमृत महोत्सव के मौके पर हम आपको बताने जा रहें हैं भारत के राष्ट्रीय गीत के बारे में कुछ रोचक बातें, जिनसे अधिकतर लोग अनजान हैं।
भारत का राष्ट्रीय गीत कौन सा है?
भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ है और इसके रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय हैं। उन्होंने साल 1875 में इस गीत को लिखा था, जो बांग्ला और संस्कृत में था। बाद में बंकिम ने अपनी प्रसिद्ध कृति ‘आनंदमठ’ (1885) में भी इसे जोड़ दिया था। आजादी की लड़ाई के वक्त यह गीत सेनानियों के लिए यह एक प्रेरणा देने वाले स्रोत के रूप में उभरा।
इस गीत के हर बोल में देशभक्ति की भावना झलकती है और आज भी यह गीत देश की सुरक्षा के लिए लड़ने की प्रेरणा देता है। इस गीत को पहली बार 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा कांग्रेस पार्टी के सत्र में गाया गया था। बता दें कि राष्ट्रीय गीत के 2 शब्द वंदे और मातरम दोनों ही बहुत शक्तिशाली शब्द माने जाते हैं, जो हर भारतीय को देश के हित के लिए लड़ने की प्रेरणा देते हैं।
कब गाया जाता है राष्ट्रीय गीत: राष्ट्रीय गीत देश कि किसी बड़ी जीत या फिर बड़े उत्सव पर गाया जाता है। इसके अलावा जब देश में कोई बड़ा कार्यक्रम होता है, मसलन- 15 अगस्त और 26 जनवरी, इन दिनों पर भी राष्ट्रीय गीत गाया जाता है। बता दें कि ‘वंदे मातरम ‘ का अर्थ मातृभूमि से जोड़ा गया है। इसके अलावा देश के अन्य राष्ट्रीय प्रतीकों की तरह राष्ट्रीय गीत भी वहां के लोगों की परंपरा, मान्यताओं और इतिहास को दर्शाता है। इसलिए यह देश के लोगों में देशभक्ति की भावनाओं को जगाने में भी मदद करता है।