सर्दी में कुछ पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। इन्हीं में से एक है तुलसी का पौधा। अक्सर कड़ाके की ठंड और कोहरे की वजह से तुलसी का पौधा सूख जाता है। ठंडा मौसम और कम धूप इसकी ग्रोथ को प्रभावित करती है। तुलसी के पौधे को सर्दियों में भी हरा-भरा और स्वस्थ रख सकते हैं। यहां हम कुछ टिप्स देने जा रहे हैं, जिनका पालन करके आप तुलसी के पौधे को सूखने से बचा सकते हैं।

सर्दियों में क्यों सूख जाता है तुसली का पौधा?

सर्दी और कोहरे की वजह से अक्सर तुलसी का पौधा सूख जाता है। इसकी पत्तियों का रंग बदल जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि सर्दियों में पौधे को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। कई बार ज्यादा पानी डालने की वजह से पौधा सूख जाती है। इसके अलावा खराब मिट्टी, फफूंद या कीड़े लगने की वजह से भी ऐसा होता है। तुलसी के पौधे को पर्याप्त धूप न मिलना, तापमान में कमी या ठंडक की वजह से पौधा सूखने लगता है।

सर्दियों में पौधे को सूखने से बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

ठंड के मौसम में तुलसी के पौधे को ज्यादा पानी डालने की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में पौधे की मिट्टी सूखने पर ही उसे हल्का पानी दें। मिट्टी को ढीला करें, ताकि जड़ों में हवा जा सके। सूखी या मुरझाई हुई पत्तियों को तुरंत काट दें। तुलसी के पौधे को ग्रोथ के लिए लगभग 5 से 6 घंटे की धूप चाहिए।

कड़ाके की ठंड और पाले में तुलसी के पौधे को सूखने से कैसे बचाएं?

सर्दियों में मिट्टी में कम पानी दें। ज्यादा पानी देने से पौधा खराब होने लगता है। कोहरा पड़ने के दौरान गमले की मिट्टी को सूखे पत्ते, कार्डबोर्ड के छोटे टुकड़े जैसी चीजों से ढक दें। इससे तापमान संतुलित रहता है। दिन में अगर धूप है तो पौधे को खुला छोड़ दें। शाम होने के बाद तापमान कम होने लगता है। ऐसे में तुलसी के गमले के हल्के कपड़े से ढक दें। इसके लिए कोई कपड़ा, प्लास्टिक शीट या कवर का इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी के पौधे को सूखने से बचाने के लिए समय-समय पर आपको उसमें नीम का पानी डालना चाहिए। ऐसा करने से पौधा हरा-भरा रहता है ।आप इसमें नीम की खली या फिर चुटकी भर हल्दी का पाउडर भी डाल सकते हैं।