पीरियड्स यानी महावारी का समय कुछ महिलाओं के लिए बेहद ही पीड़ादायक होता है। क्योंकि, इस दौरान महिलाओं को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को पेट और कमर में तेज दर्द, बदन दर्द, मूड स्विंग्स, उलटी, बैचेनी जैसी परेशानियां होती हैं। इसी के साथ गर्मियों के दौरान कुछ महिलाओं को पीरियड्स रैशेज भी हो जाते हैं। पीरियड्स रैशेज होने के कारण चलने-फिरने में महिलाओं को काफी दिक्कत होती है।
अगर इस परेशानी का सही समय पर इलाज न किया जाए तो समस्या धीरे-धीरे दर्दनाक होने लगती है। दरअसल, महावारी के दौरान पूरे दिन पैड्स के इस्तेमाल से रैशेज हो जाते हैं। घंटों एक ही पैड का इस्तेमाल करने से पसीना सूख नहीं पाता, जिसकी वजह से स्किन इंफेक्शन हो जाता है। इसी कारण जांघ और वजाइनल एरिया में लाल रैशेज हो जाते हैं, कभी-कभी तो सूजन भी आ जाती है।
ऐसे में घरेलू उपायों के जरिए पीरियड्स रैशेज की इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
-एलोवेरा जेल: वजाइनल एरिया में रैशेज और इंफेक्शन से छुटकारा पाने के लिए आप एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह इंफेक्शन को दूर करने में कारगर हैं। आप रैशेज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
-नीम: नीम में मौजूद औषधीय गुण स्किन इंफेक्शन से निजात दिलाने में मदद करते हैं। इसके लिए नीम के पत्तों को अच्छे से उबाल लें। ठंडा होने के बाद इस पानी को रैशेज पर लगाएं। इस इंफेक्शन कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा।
-हल्दी: हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। साथ ही यह घाव भरने में भी मदद करती है। ऐसे में आप हल्दी का पेस्ट बनाकर खुजली वाली जगह पर लगाएं। इससे आपको फायदा मिल सकता है।
-तेल: वजाइनल इंफेक्शन और सूजन की समस्या से छुटकारा पाने से आप हल्के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप नारियल तेल या फिर जैतून के तेल का उपयोग कर सकती हैं। इससे रैशेज की समस्या कुछ ही समय में खत्म हो जाएगी।