चेहरे पर अधिक पिंपल्स होने के कारण कई बार लोगों के कॉन्फिडेंस लेवल में भी कमी आने लगती है। आमतौर पर तो बदलते मौसम के साथ ही स्किन प्रॉब्लम्स जैसे पिंपल्स, दाग-धब्बे और कील-मुंहासों की समस्याएं होने लगती हैं। लेकिन कई बार तो हमारी खराब आदतों के कारण भी त्वचा से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं।
मुंहासों के कारण ना सिर्फ त्वचा प्रभावित होती है, बल्कि इसके कारण लुक और खूबसूरती भी खराब दिखती है। स्किन प्रॉब्लम्स को आमतौर पर टीनएज से जोड़कर देखा जाता है, क्योंकि उम्र के बढ़ने के साथ ही हार्मोन्स में बदलाव होने लगते हैंं, जिससे त्वचा पर पिंपल्स, एक्ने और डार्क सर्कल्स की समस्या होने लगती है।
बता दें कि कब्ज, स्किन बैक्टीरिया और दवाइयों के रिएक्शन के कारण भी एक्ने और पिंपल्स की समस्या हो सकती है। इसके अलावा हमारी कुछ खराब आदते हैं, जिनके कारण भी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, ऐसे में अपनी इन आदतों को बदलना बेहद ही जरूरी है। आइए जानते हैं-
पिम्पल्स कितने प्रकार के होते हैं
अमेरिकन अकेडमी ऑफ डर्मटालजी एसोसिएशन के अनुसार (American Academy of Dermatology Association) पिम्पल्स छोटे और बड़े दोनों आकार में हो सकते हैं। इनमें तेज दर्द के साथ कई बार खून भी निकलता है। वहीं त्वचा पर होने वाले ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को भी मुंहासे ही कहा जाता है। इनके प्रकार की बात करें तो ब्लैकहेड्स (Blackheads), व्हाइटहेड्स (Whiteheads), पेपुल्स (Papules), नोड्यूल्स (Nodules), गांठ (Cystic Pimples) आदि होते हैं।
पिंपल क्यों निकलते हैं?
पनि पीने में कंजूसी: जो लोग कम पानी पीते हैं, उनको पिंपल्स आदि स्किन समस्याएं हो सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी एक दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं। इससे शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ दूर हो जाते हैं और साथ ही त्वचा भी हाइड्रेटेड रहती है। नियमित तौर पर 3-4 लीटर पानी का सेवन करने से स्किन टोन भी बेहतर होती है।
साबुन से मुंह धुलना: अक्सर लोग अपने चेहरे को धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं, हालांकि इसके कारण त्वचा ड्राई हो जाती है, जिससे चेहरे पर खुजली की समस्या होने लगती है। बता दें कि साबुन का पीएच स्तर 9 से 11 के बीच होता है और यह त्वचा के पीएच लेवल को प्रभावित करती है।
गलत स्किन केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल: अक्सर लोग लंबे समय तक एक ही ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन बढ़ती उम्र के साथ त्वचा के टेक्सचर में भी बदलाव आने लगता है। ऐसे में स्किन टाइप के हिसाब से ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
मोबाइल भी एक कारण: आजकल मोबाइल का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। लेकिन फोन की स्क्रीन पर मौजूद छोटे-छोटे बैक्टीरिया स्किन प्रॉब्लम्स का कारण बन सकते हैं। मोबाइल को छूने के बाद चेहरा छूने से स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। ऐसे में आपको इससे बचना चाहिए।
चेहरे को बार-बार धोना: जो लोग अपने चेहरे को बार-बार छूते हैं और उसे धोते हैं, इसके कारण भी स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। ऐसे में चेहरे को बार-बार धोने से बचना चाहिए।
पिम्पल्स को जड़ से खत्म कैसे करें?
पिम्प्लस को खत्म करने के लिए कई तरह की थेरेपी मौजूद हैं। त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार यह थेरेपी ज्यादातर 6 से 8 हफ्तों की होती हैं, लेकिन कुछ मामलों में 12 से 18 हफ्ते भी लग जाते हैं। मार्केट में मुख्यतः लेजर ट्रीटमेंट और कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट ट्रीटमेंट उपलब्ध है। इस ट्रीटमेंट के साथ एंटीबायोटिक्स भी दी जाती हैं। ताकि इनसे होने वाले इन्फेक्शन से बचा जा सके।