सर्दियां अपने साथ खाने- पीने में कई बदलाव लेकर आती है। हम वैसे चीज़ों को खाना पसंद करते हैं जो हमें गर्माहट देते हैं और हमारी त्वचा को खूबसूरत बनाए रखते है क्योंकि सर्दियों में हमारी त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। तिल में कई प्रकार के प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, फाइबर, जिंक और कार्बोहाइड्रेट्स आदि पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल हम खाने के रूप में कर सकते हैं और इसका इसका तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

त्वचा के लिए है रामबाण- सर्दियों में हमारी त्वचा की नमी कम हो जाती है और वो बेजान दिखने लगती है। तिल त्वचा के रूखेपन को खत्म कर ग्लो प्रदान करता है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो हमारे चेहरे से गंदगी और डेड स्किन का सफाया करते हैं। त्वचा में सूजन और खुलजी से भी इससे कम होती है। तिल के तेल में फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है जो चेहरे के लिए एक बेहतरीन मॉइश्चराइजर का काम करता है।

इस्तेमाल का तरीका- तिल को आप गुड़ के साथ मिठाई बनाकर खा सकते हैं और इसके तेल को भी त्वचा पर लगाना फायदेमंद होता है। इसके लिए आप रोजाना रात को सोने से पहले चेहरे और बाकी त्वचा पर तिल के तेल से मालिश करें और सुबह उठकर हल्के गुनगुने पानी से धो लें। तिल का तेल त्वचा को कोमल और नरम बनाए रखता है और चेहरे पर किसी तरह का दाग धब्बा होने से रोकता है।

इसके अलावा तिल के और भी कई फायदे हैं। इसके नियमित सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसमें हड्डियों के लिए जरूरी जस्ता, कैल्शियम और फास्फोरस होता है जो हड्डियों को स्वस्थ बनाता है। सर्दियों में हमारी गतिविधियां कम हो जाती है जिससे हड्डियों पर असर होता है, तिल का सेवन इस असर को कम करता है।

तिल का सेवन हमारे पाचन शक्ति को भी बेहतर बनाता है। ये हमारे हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी एक ज़रूरी खाद्य है। काले तिल का तेल रक्त धमनियों को सख्त होने से रोकता है और इसी कारण ये ह्रदय के लिए फायदेमंद माना जाता है। तिल का सेवन हमें गठिया से भी बचाता है। इसमें आयरन की मात्रा होती है जो रक्त वाहिकाओं, हड्डियों और जोड़ों को ताकत प्रदान करती है।