Bhabiji Ghar Par Hain: एंड टीवी का प्रचलित कॉमेडी धारावाहिक ‘भाबीजी घर जी घर पर हैं’ का हर किरदार लोगों के दिलों में बसा हुआ है। चाहे वो अंगूरी भाभी हो, अनीता भाभी हो, मनमोहन तिवारी या टीका मलखान। लेकिन एक किरदार जो सबसे अलग और अनूठा है, वो है सक्सेना जी का किरदार। अनोखे लाल सक्सेना का किरदार निभाने वाले सानंद वर्मा असल ज़िन्दगी में भी अपने किरदार से बहुत वास्ता रखते हैं। वो बहुत मजाकिया और इमोशनल किस्म के ज़मीन से जुड़े हुए इंसान है।
बिहार से ताल्लुक रखने वाले सानंद एक किसान परिवार से आते हैं। एक इंटरव्यू में वो बताते हैं कि एक्टर बनने का सपना उन्होंने बचपन से ही देखा था। आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए उन्होंने 8 साल की उम्र से ही कमाना शुरू कर दिया था। पढ़ाई के साथ-साथ किताब बेचने के बाद 12 साल की उम्र में ही ट्यूशन भी देने लगे। सानंद बताते हैं कि साल 2008 में मुंबई में सालाना 50 लाख की नौकरी छोड़ अपने बचपन के सपने को पूरा करने में जुट गए।
सानंद वर्मा कहते हैं कि दूसरे सेलिब्रिटीज की तरह इवेंट्स में न के बराबर जाते हैं। इसके पीछे की वजह बताते हुए वो कहते हैं, “जब मैं इतने सारे लोगों को देखता हूं और जब लोग मेरे पास आते हैं तो मैं चाहता हूं कि हर फैन के साथ, जो मुझे प्यार करते है, घंटो बैठकर बात करूं, साथ में खाना खाऊं। इवेंट में हज़ारों लोग होते हैं, मुझे लगता है कि इतने सारे लोगों को कैसे हैंडल करूं।”
बता दें, सानंद वर्मा ने साल 2010 में अपने करियर की शुरुआत की थी। सानंद ‘छिछोरे’, ‘मर्दानी’, ‘रेड’ और ‘पटाखा’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके है, लेकिन टीवी शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ ने जबरदस्त लोकप्रियता दिलाई है। यह धारावाहिक उनकी जिंदगी में मील का पत्थर साबित हुआ। सानंद का मानना है कि लोगों को हंसाना आसान काम नहीं है। उनके अनुसार देश में उदास चेहरों पर हंसी बिखेरकर उन्हें खुशी और संतोष मिलता है। अभिनय की विधा में कॉमेडी सबसे मुश्किल काम है क्योंकि सबसे मुश्किल होता है वो मोमेंट क्रिएट करना जिसे देखकर लोग बरबस ही हंस पड़ें।
एक समय में संघर्षपूर्ण जीवन जीने को मजबूर सानंद वर्मा आज लोकप्रियता के साथ एक बेहतर जिंदगी भी जी रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस धारावाहिक के सानंद को रोजाना के 30 हजार रुपये मिलते हैं। इसके अनुसार महीने में सीरियल में सक्सेना जी को लगभग 90 लाख रुपये मिलते हैं।
