सर्दियों के मौसम में बाजार में सरसों का साग भरपूर मात्रा में मिलने लगता है। खासतौर पर उत्तर भारत में सरसों का साग बेहद लोकप्रिय माना जाता है। आमतौर पर पारंपरिक सरसों का साग बनाने में काफी समय और मेहनत लगती है।
वहीं, सरसों के पत्तों से बनने वाली भुजिया बहुत कम समय में तैयार हो जाती है। इसकी खुशबू और स्वाद साग से अलग होते हैं। इसमें पत्तों का हल्का कच्चापन बना रहता है, जो इसके स्वाद को और भी खास और लाजवाब बना देता है।
सरसों की भुजिया बनाने की सामग्री
सरसों के पत्ते: 500-600 ग्राम
प्याज: दो
टमाटर: तीन
लहसुन: पांच-छह कलियां
जीरा: एक चम्मच
हींग: एक चुटकी
हल्दी: आधा चम्मच
धनिया पाउडर: एक चम्मच
लाल मिर्च और नमक: स्वादानुसार
सरसों की भुजिया बनाने की विधि
सबसे पहले सरसों के पत्तों को अच्छे से धो कर बारीक काट लें। साथ ही प्याज, टमाटर और लहसुन को भी छीलकर काट लें। अब कड़ाही में तेल गर्म करके उसमें हींग, जीरा, राई और सूखी लाल मिर्च डाल कर भूनें। फिर प्याज और लहसुन डालकर सुनहरा लाल रंग आने तक भूनें।
इसके बाद कटे हुए टमाटर उसमें डाल दें। साथ ही धनिया पाउडर और हल्दी भी इसमें मिला दें। जब टमाटर पक जाएं, तो कटे हुए सरसों के पत्ते डाल दें और ऊपर से नमक छिड़क दें। ध्यान रहे कि नमक एक साथ डालने के बजाय सरसों के पत्तों को चम्मच से पलटते हुए थोड़ा-थोड़ा करके मिलाएं। नमक एक साथ डालने से वह पत्तों से चिपक जाता है और पूरी सब्जी में बराबर से नहीं मिलता।
अब कड़ाही पर ढक्कन रख दें और एक-एक मिनट बाद चम्मच से चलाते रहें, ताकि पत्ते कड़ाही के तले से न चिपकें। धीमी आंच पर सात से दस मिनट तक पकाने पर सरसों की भुजिया बनकर तैयार हो जाएगी। इसे रोटी या परांठे के साथ परोसा जा सकता है।
