हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय देवता माना गया है, जिनकी आराधना किसी भी शुभ कार्य से पहले की जाती है। ऐसे में संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। दरअसल, यह दिन विघ्नहर्ता गणेश की उपासना और मनोकामनाओं की पूर्ति से जुड़ा है।
हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। इस वर्ष पौष माह की संकष्टी चतुर्थी 7 दिसंबर 2025 को पड़ रही है। श्रद्धालु इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं और मोदक का भोग लगाते हैं।
मान्यता है कि इस खास दिन पर भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और घर में शांति आती है। ऐसे में आप इस खास दिन पर भगवान गणेश को मोदक का भोग लगा सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि मोदक भगवान गणेश का सबसे अधिक प्रिय है।
मोदक बनाने की सामग्री
1 कप बेसन
आधा कप घी
आधा कप पिसी चीनी
आधा चम्मच इलायची पाउडर
केसर के धागे
मोदक का सांचा
मोदक कैसे बनाएं?
मोदक बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन या कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें बेसन डालकर धीमी आंच पर भूनें। अब करीब 10 मिनट तक लगातार चलाते हुए बेसन को सुनहरा होने दें। कुछ समय बाद इससे अच्छी खुशबू आने लगेगी और इसका रंग भी बदल जाएगा। इसके बाद इसे एक बाउल में निकाल लें और इलायची पाउडर मिलाकर ठंडा होने दें।
बेसन के थोड़ा ठंडा हो जाने पर इसमें पिसी हुई चीनी या बूरा अच्छी तरह मिलाएं। अब मोदक के सांचे पर हल्का घी लगाकर मिश्रण भरें और मोदक तैयार करें। अगर सांचा न हो तो हाथों से ही मोदक का आकार दे सकते हैं। सभी मोदक तैयार होने पर इन्हें एक प्लेट में सजाएं और अब आप इसे गणपति बप्पा को भोग लगाएं।
