उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अखिलेश यादव की पार्टी को पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। अखिलेश यादव इस बार छोटे दलों के साथ चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश यादव ने साफ कर दिया कि वह अपने काम जनता के बीच लेकर जाएंगे और बीजेपी की नाकामियों को देखकर इस बार यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।

मुफ्त लैपटॉप वितरित करना ठीक था? अखिलेश यादव ने लैपटॉप बांटने की बात का भी जिक्र किया। अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान छात्रों को मुफ्त लैपटॉप बांटे थे। ‘बीबीसी’ के संपादक मुकेश शर्मा से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘समाजवादी सरकार ने 20 लाख लैपटॉप मुफ्त बांटे थे। आप कह सकते हैं कि कई बार मुफ्त चीजें वितरित करना ठीक होता है। लेकिन पूरे लॉकडाउन में लैपटॉप काम आया। छात्रों ने उसी लैपटॉप पर पढ़ाई की थी।’

योगी आदित्यनाथ पर साधा सपा प्रमुख ने निशाना: अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘समाजवादी सरकार ने फ्री सिंचाई दी थी किसानों की। अगर किसान खुशहाल होता है तो अर्थव्यवस्था अपने आप आगे बढ़ जाएगी। अगर गरीब को सुविधा मिलती तो उससे अर्थव्यवस्था बेहतर होती है।’ मुकेश शर्मा कहते हैं, ‘पिछले विधानसभा चुनाव में इसकी चर्चा हुई थी, लेकिन कहा गया कि लैपटॉप आपसे लिया युवाओं ने वोट बीजेपी को दे दिया।’ अखिलेश कहते हैं, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमने लैपटॉप देकर तो दिखाया। लैपटॉप इसलिए नहीं बांटते मुख्यमंत्री क्योंकि वो खुद लैपटॉप चलाना नहीं जानते।’

कांग्रेस के साथ पर क्या बोले अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी ने पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा था। 2017 में समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। जबकि बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। अब अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह चुनाव छोटे दलों के साथ मिलकर लड़ेगी। अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, ‘बड़े दल चुनाव हारते भी ज्यादा हैं और सीटें भी ज्यादा मांगते हैं।’ हालांकि अखिलेश ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी के साथ भी चुनावी मैदान में नजर आ सकते हैं।