Sanjay Gandhi: इमरजेंसी के दौर में संजय गांधी ने 5 सूत्रीय कार्यक्रम का ऐलान किया। इनमें से एक था परिवार नियोजन। दिल्ली में इसको जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी चार लोगों को सौंपी गई। इनमें से एक उनकी करीबी रुखसाना सुल्ताना थीं।

ऐसे हुई थी संजय गांधी से मुलाकात: रुखसाना उस वक्त अपना एक बुटीक चलाती थीं और संजय गांधी से बेहद प्रभावित थीं। एक दिन एक कार्यक्रम में उनसे मिलने पहुंच गईं और पूछा, ‘मैं आपके लिए क्या कर सकती हूं?’ संजय गांधी ने कहा आप मुसलमानों को नसबंदी के लिए तैयार करें।

रुखसाना सुल्ताना, खासकर पुरानी दिल्ली के इलाके में मुस्लिम महिलाओं को नसबंदी के लिए तैयार करने लगीं। लेकिन इसी दौरान अफवाह फैल गई कि सरकार लोगों को जबरन पकड़-पकड़कर उनकी नसबंदी करवा रही है।

कार देख कांपने लगते थे लोग: वरिष्ठ पत्रकार विनोद मेहता ने अपनी किताब ‘द संजय स्टोरी’ में एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि जब वे नसबंदी अभियान से जुड़ी कवरेज के सिलसिले में जामा मस्जिद पहुंचे तो लोग भयानक गुस्से में थे। नसबंदी अभियान को लेकर दहशत ऐसी थी कि रुखसाना सुल्ताना की कार देखकर ही लोग कांपने लगते थे।

नसबंदी अभियान को लेकर गुस्सा आया था कि पुरानी दिल्ली में कई छिटपुट दंगे भी। ऐसे ही एक दंगे में वरिष्ठ पत्रकार तवलीन सिंह बाल-बाल बच गई थीं। अपनी किताब “दरबार” में इस घटना का ज़िक्र करते हुए वे लिखती हैं कि, एक कवरेज के सिलसिले में वो पुरानी दिल्ली गई थीं।

पिटते-पिटते बचीं तवलीन सिंह: उन्होंने चश्मा लगा रखा था। इस चश्मे के चलते कुछ लोगों को लगा कि यही रुखसाना सुल्ताना हैं और भीड़ ने उन्हें घेर लिया। वे उनपर हमला करने ही वाले थे। बाद में किसी तरह तवलीन सिंह लोगों को समझा-बुझाकर वहां से निकल पाई थीं।

सैन्य अफसर से की शादी, बेटी हैं एक्ट्रेस: आपको बता दें कि रुखसाना सुल्ताना की मां जरीना, बीकानेर रियासत के मुख्य न्यायाधीश मियां अहसान उल हक की बेटी थीं। मशहूर अभिनेगरी बेगम पारा उन्हीं की बहन थीं। एक वक्त में संजय गांधी की सबसे करीबी मानी जाने वालीं रुखसाना ने बाद में मशहूर लेखक और पत्रकार खुशवंत सिंह के भतीजे शिविंदर सिंह से शादी की थी, जो सेना में अधिकारी थे। एक्ट्रेस अमृता सिंह, रुखसाना की ही बेटी हैं।