यूरिक एसिड का बढ़ जाना शरीर में कई समस्यायों को जन्म देता है। हम गाउट (गठिया) से ग्रस्त हो जाते हैं जिससे हमारे जोड़ों में तेज़ दर्द रहने लगता है, सूजन रहता है और हमें सुस्ती, बेचैनी होती है। यूरिक एसिड के शरीर में बढ़ जाने से टाइप 2 डायबिटीज़, जिसमें ब्लड शुगर रक्त में बढ़ जाता है, होने की संभावना बढ़ जाती है।

बता दें कि कई शोध ये भी कहते हैं कि जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज़ होता है उनमें यूरिक एसिड के बढ़ने की संभावना कई गुना तक बढ़ जाती है। दोनों ही स्थितियों से बचने के लिए हमें इस बात से सावधान रहने की जरूरत है कि हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा न बढ़ने पाएं। ये पांच सुपर फूड्स हमें हाई यूरिक एसिड की समस्या से बचाते हैं-

सेब का सिरका: सेब का सिरका हाई यूरिक एसिड को कम करके में एक महत्वपूर्ण खाद्य माना जाता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी में 3 चम्मच सेब के सिरके की मिला लें और इसे दिन में 2-3 बार पिएं। इसके अलावा केला हमें पोटैशियम और कई खनिज लवण प्रदान करता है। इसका रोजाना सेवन हमारे रक्त से बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करता है और हमें गाउट की समस्या से बचाता है।

नींबू और ग्रीन टी: छोटा सा दिखने वाला खट्टा नींबू आपको गाउट और डायबिटीज़ की गंभीर बीमारी से बचाने में सहायक होता है। इसमें सिट्रिक एसिड होता है, जो यूरिक एसिड को घुलाने का काम करता है। इसे नियमित खाने में शामिल करने से हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने नहीं पाती। आप आधे नींबू को एक गिलास पानी में निचोड़कर पी लें और ऐसा हर रोज़ करें। साथ ही ग्रीन टी के फायदों से आज हर कोई वाकिफ है। ये हमें टाइप 2 डायबिटीज़ होने और गठिया होने से बचाता है। इसका रोजाना सेवन हाई यूरिक एसिड को आश्चर्यजनक रूप से कम करता है।

हाई फाइबर युक्त भोजन: हाई फाइबर युक्त भोजन से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कम होती है। ये हमारे रक्त से अतिरिक्त यूरिक एसिड को सोख लेता है और उसे शरीर में बाहर निकालने में मदद करता है। खाने में सेब, संतरा, ब्रॉकली, नाशपाती, खीरा, गाजर आदि को जरूर शामिल करें।

इसके साथ ही यूरिक एसिड बढ़ने पर सोया मिल्क, जंक फूड और ऑयली चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। चूंकि ये सभी खून में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। वहीं सब्जियों को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन आपका अगर यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रसेल्स, स्प्राउट्स और मशरूम जैसी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।

आपको बता दें कि 2014 में प्रकाशित हुई हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक शोध के मुताबिक, जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है और गाउट की समस्या हो जाती है तो हाई ब्लड शुगर यानि टाइप 2 डायबिटीज़ होने की संभावना 70 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।