Republic Day 2020: 26 जनवरी 2020 को हम भारत का 71वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं। हमारा संविधान 70 साल का हो गया है। इतने सालों में संविधान में 104 संशोधन हुए और 395 अनुच्छेद और आठ अनुसूचियां से बढ़कर अब 450 से ज्यादा अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हो गईं हैं। ये संविधान ही है जो सरकार या नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अहम हथियार आज की तारीख में बन गया है। आइए जानते हैं भारत के गणतंत्र के इतिहास और उसके महत्त्व को।
गणतंत्र दिवस का इतिहास- साल 1947 में जब देश आजाद हुआ उसके देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए योजनाएं बनाने की जरूरत महसूस हुई। इसकी जिम्मेदारी डॉ. बी.आर अंबेडकर के नेतृत्व में बनाई गई समिति को दी गई। इस समिति ने 3 वर्ष के अंदर ही यानि कि 26 नवंबर 1949 को संविधान का निर्माण किया। 26 जनवरी 1950 को भारत में पूर्ण रूप से लागू कर दिया गया। इसके बाद से प्रत्येक वर्ष इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
गणतंत्र दिवस का महत्व- गणतंत्र (गण+तंत्र) का अर्थ है, जनता के द्वारा जनता के लिये शासन। भारत का संविधान बनाने में लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। समिति के मुख्य अध्यक्ष अंबेदकर ने देशवासियों के लिए सोच-समझकर संविधान का निर्माण किया। यह विश्व के सबसे बड़े संविधानों में से एक है जिसमें इसके निर्माताओं ने विश्व के अनेक संविधानों के अच्छे लक्ष्णों को अपने संविधान में शामिल करने का प्रयास किया है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन भारत को एक गणतांत्रिक राष्ट्र बनने का गौरव प्राप्त हुआ।
होती है राष्ट्रीय छुट्टी- हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, साथ ही इस दिन को सरकार द्वारा राष्ट्रीय छुट्टी घोषित किया गया है। 26 जनवरी को सभी देशभक्तों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए इस दिन को भारत की राजधानी दिल्ली समेत सभी राज्य में हंसी खुशी से मनाया जाता है। दिल्ली में हमारे सुरक्षा सैनिक परेड निकाल कर, अपनी आधुनिक सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करते हैं तथा सेना हमारी सुरक्षा में सक्षम हैं, इसका हमें विश्वास दिलाते हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों से अनगिनत व्यक्ति इस समारोह को देखने के लिये आते हैं और इस गौरव के क्षण का हिस्सा बनते हैं।
बच्चों में रहता है खास उत्साह- भले ही इस दिन राष्ट्रीय छुट्टी होती है पर स्कूलों और कार्यस्थलों में झंडारोहण होता है। इस दिन बच्चे नए कपड़े पहनकर सुबह से ही स्कूल में भीड़ लगा देते हैं। कई बच्चे भाषण और कविता पाठ करते हैं। इसके साथ ही इस दिन कई लोग जलेबी खाना भी पसंद करते हैं। वहीं कई जगहों पर निबंध प्रतियोगिता जैसे आयोजन भी करवाए जाते हैं। दिल्ली में हो रहे परेड का लाइव प्रसारण भी लोग देखना पसंद करते हैं।