बॉलीवुड सुपरस्टार की लाइफस्टाइल और उनके स्किनकेयर रूटीन तक हर एक चीज को करीब से देखा जाता है। बता दें कि एक्टर रोजाना पिक्चर परफेक्ट दिखने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं। रणवीर सिंह एक ऐसे एक्टर हैं जो अपने फैन्स को कभी निराश नहीं करते। रणवीर को अपना लुक स्टाइलिश रखना पसंद है और वह अपने फैन्स को नए-नए ट्रेंड्स् से परिचय कराना नहीं भूलते। बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह अपने एनर्जेटिक एटीट्यूट के वजह से अक्सर चर्चाओं में रहते हैं।
रणवीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर “आस्क मी एनीथिंग” होस्ट किया था, जहां उनसे पूछा गया कि उन्होंने नाश्ते में क्या खाया। उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह उन्होंने नाश्ते में क्या खाया था, जिसकी लिस्ट काफी लंबी-चौड़ी थी। रणवीर ने बताया कि वह दिन की शुरुआत 130 ग्राम ओट्स, 15 ग्राम नट्स और 5 ग्राम चॉकलेट चिप्स के साथ करते हैं, उसके बाद वह एक डिटॉक्स ड्रिंक के साथ-साथ इम्युनिटी-बूस्टिंग शॉट्स का आनंद लेते हैं। इन सबके बाद, वह जो खाते हैं वह है प्रोबायोटिक ड्रिंक और शिलाजीत – अश्वगंधा खजूर के लड्डू।
क्या है शिलाजीत और कहां पाया जाता है?
शिलाजीत हिमालय की चट्टानों में पाया जाने वाला एक काला-भूरा पदार्थ है जो सदियों से पौधों के धीमी गति से अपघटन के बाद आकार लेता है। शिलाजीत अपने आयुर्वेदिक उपचारों के लिए जाना जाता है और शरीर में सकारात्मक बदलाव लाने में कारगर माना जाता है। यह न केवल खनिजों और एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है, बल्कि इसमें फुल्विक एसिड नामक एक यौगिक भी होता है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
कितना खाना चाहिए अश्वगंधा: आयुर्वेद के मुताबिक अश्वगंधा एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है और अधिक मात्रा में लेने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। हालांकि इसके खाने के लिए कोई सीमित खुराक तय नहीं है, यह पूरी तरह से आपके स्वास्थ्य और फिटनेस के स्तर पर निर्भर करता है। लेकिन अध्ययनों के अनुसार, जड़ी बूटी की सुरक्षित खुराक 125 मिलीग्राम से 5 ग्राम तक होती है, जिसे प्रति दिन 2-4 खुराक में लिया जा सकता है।
इन्हें नहीं खाना चाहिए अश्वगंधा: आयुर्वेदिक चिकित्सक के मुताबिक ज्यादा मात्रा में लेने से पेट खराब, दस्त या उल्टी हो सकती है। इसके अलावा, अगर लंबे समय तक अश्वगंधा का सेवन किया जाए तो इससे लिवर की समस्या हो सकती है। जो महिलायें गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, या पुरानी बीमारी के लिए इम्यूनोसप्रेसेन्ट्स, सेडेटिव्स, एंटीडिप्रेसेंट्स या अन्य दवाएं ले रही हैं, तो अश्वगंधा लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर है।
एक शोध के मुताबिक अश्वगंधा या विथानिया सोम्निफेरा जड़ में भी एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है। शिलाजीत और अश्वगंधा दोनों चिंता और तनाव के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि अश्वगंधा में कोर्टिसोल के स्तर को कम करने और इसे कुशलतापूर्वक रोकने की क्षमता होती है। वहीं, शिलाजीत मस्तिष्क में डोपामाइन के स्राव को बढ़ा सकता है, जिसके कारण शरीर तनाव और चिंतामुक्त महसूस करता है।