Raisins with curd: दही खाना सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। दही में विटामिन सी होने के साथ गट बैक्टीरिया को बढ़ावा देने वाले खास गुण भी होते हैं। इसके अलावा ये आपके पाचन क्रिया को तेज करने के साथ मेटाबोलिक रेट बढ़ाने में भी मददगार है। लेकिन, आज हम आपको इसे खाने का ऐसा तरीका बताएंगे जिससे मीठे की क्रेविंग तो कम हो ही जाएगी बल्कि, पेट भी भर जाएगा। साथ ही ये ब्लोटिंग और गैस की समस्या को कम करने के साथ शरीर के लिए एनर्जी बूस्टर की तरह भी काम करता है। तो, आइए जानते हैं क्रेविंग के लिए दही और किशमिश का सेवन कैसे करें और क्या हैं इन्हें खाने के फायदे।

क्रेविंग में खाएं दही और किशमिश

आपको करना ये है कि दही के साथ किशमिश मिलाकर खाएं। पर ये ऐसा नहीं है जैसा कि आपको लग रहा है। आपको करना ये है कि
-दही में गुड़ मिला लें और फिर इसमें 2 चम्मच किशमिश मिला लें।
-आप चाहें तो इसमें अनार के दाने और बाकी फलों को भी काटकर डाल सकते हैं।
-दोनों को अच्छी तरह से मिलाने के बाद फ्रिजर में रख दें।
-अब 20 मिनट बाद इसे निकालकर खाएं।

अगर आपको इंतजार करने का दिल नहीं है और तुरंत ही इसे खाने का मन है तो तुरंत ही दही और किशमिश को एक साथ मिलाएं और खा लें। ये फटाफट आपके मीठे की क्रेविंग को भगा देगा। इसके अलावा आप दही के साथ किशमिश को मिलाने की जगह कुछ और ड्राई फ्रूट्स मिलाकर भी खा सकते हैं। ये तरीका भी क्रेविंग को कम करने वाला है और सेहत के लिए फायदेमंद है।

दही और किशमिश खाने के फायदे

किशमिश में बहुत ज्यादा शुगर होता है। इससे मीठे की क्रेविंग तो खत्म होती है बल्कि इसके बाद कुछ और खाने का भी दिल नहीं होता है। इसके अलावा मीठे की क्रेविंग को पूरी तरह के खत्म कर देता है गुड़। गुड़ शरीर में खून की मात्रा को बढ़ावा देता है जिससे शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इसके अलावा ये सारी चीजें पेट को ठंडा रखती हैं और शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करती है।