ब्रिटेन की महारानी एलिजबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ब्रिटेन जाएंगी। यह जानकारी विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई है कि राष्ट्रपति मुर्मू 17-19 सितंबर तक ब्रिटेन के दौरे पर होंगी, जहां वो महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी और भारत सरकार की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।
बता दें कि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II Death) का निधन 8 सितंबर 2022 को हो गया था। जिनका अंतिम संस्कार लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर एब्बे में 19 सितंबर को किया जाएगा। इससे पहले 11 सितंबर को बाल्मोरल कासल से दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूत को लेकर एक रथ निकला है।
तीन दशक से अधिक पुराना ताबूत
द टाइम्स (The Times) के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के लिए जो ताबूत बनाया गया है; लगभग 32 साल पुराना है। इसे बनाने के लिए 3 दशक पहले जिस अंग्रेजी ओक की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है वह आज के समय में बेहद दुर्लभ है। वर्तमान समय में ज्यादातर ताबूत अमेरिकी ओक की लड़की से से बनाए जाते हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार महारानी का यह ताबूत चारों तरफ से कांच से बना हुआ है। जो शाही परंपरा के अनुसार दिवंगत शरीर को कब्र में दफन होने के बाद लंबे समय तक संरक्षित करने में मदद करेगा।
ताबूत में जो शीशा लगा है वो हवा को अंदर जाने से रोकेगा। इसकी वजह से ताबूत के अंदर नमी प्रवेश करने की गुंजाइश न के बराबर रहती है, हालांकि इसके बाद ताबूत काफी भारी हो जाता है। जिसे उठाने के लिए आठ लोगों की जरूरत पड़ेगी।
अंतिम संस्कार में कितना होगा खर्च?
अनुमान है कि दिवंगत महारानी की अंतिम विदाई की कीमत करोड़ों में हो सकती है। इवनिंग स्टैंडर्ड ने अनुमान लगाया है कि रानी के अंतिम संस्कार में ब्रिटेन को अरबों डॉलर खर्च करने पड़ सकते हैं, जबकि अल जज़ीरा के मुताबिक अंतिम संस्कार में 9 मिलियन डॉलर तक का खर्च आ सकता है।
पहले भी शाही अंतिम संस्कार में करोड़ों खर्च हुए
साल 2002 में महारानी की मां के अंतिम संस्कार की लागत लगभग भारतीय मुद्रा में करीब 160 करोड़ रुपये थी। साल 1997 में राजकुमारी डायना के अंतिम संस्कार में लगभग 23 करोड़ रुपये से 39 करोड़ रुपये के बीच खर्च हुआ।
खर्च को लेकर दुनिया भर में हो रही आलोचना
ब्रिटेन में आई मंदी और जीवन यापन के लिए जरूरी वस्तुओं के कीमतों में बढ़ोतरी की बात करते हुए कुछ मीडिया आउटलेट्स ने रानी के अंतिम संस्कार में भारी लागत की आलोचना की है। ब्लूमबर्ग ने बताया कि सरकार द्वारा ऊर्जा कीमतों को सीमित करने के बाद भी ब्रिटेन में ऊर्जा की कीमतों में इस बार की सर्दी में 27% की वृद्धि होने की संभावना है। गार्जियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सर्दी में ब्रिटेन में लगभग 13 लाख लोग गरीबी हो जाएंगे।
प्रिंस हैरी आधिकारिक वर्दी पहन अंतिम संस्कार में नहीं हो पाएंगे शामिल
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद प्रिंस हैरी को सैन्य पोशाक में किसी भी समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ड्यूक ऑफ ससेक्स को दिवंगत सम्राट के अंतिम संस्कार के लिए जाने वाले पांच प्रथागत अवसरों में से किसी पर भी पोशाक पहनने की अनुमति नहीं होगी, जिसमें की वेस्टमिंस्टर हॉल में होने वाली अंतिम सतर्कता भी शामिल है!
बता दें कि शाही परिवार के गैर-कामकाजी सदस्य हैरी साल 2020 में अपनी पत्नी मेघन मार्कल के साथ आधिकारिक रिश्तों से मुक्त होकर अमेरिका में बस गए थे। इसलिए उन्हें सैन्य वर्दी पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की पहली विदेश यात्रा
ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ के राजकीय अंतिम संस्कार में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रपति 17-19 सितंबर तक ब्रिटेन के दौरे पर रहेंगी और 19 सितंबर को महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू की यह पहली विदेश यात्रा होगी।