Tips for Women: मां बनने के सुख की अनुभूति हर महिला के लिए खास होती है। जब बात गर्भावस्था की हो, तो अतिरिक्त सावधानी जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भ में पल रहे शिशु के साथ ही महिलाओं को अपनी सेहत का भी ध्यान रखना पड़ता है। परंतु कई बार गर्भ धारण करने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय आम होती स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है निः संतानता या फिर इन्फर्टिलिटी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में 10 से 15 फीसदी दंपति इन्फर्टिलिटी के शिकार होते हैं। हालांकि, एक हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट को फॉलो करके फर्टिलिटी को बढ़ाया जा सकता है। इससे महिलाओं में गर्भवती होने के आसार बढ़ते हैं। आइए जानते हैं कि क्या खाना होगा फायदेमंद और किससे करना चाहिए महिलाओं को परहेज-

महिलाओं में क्यों होती है इंफर्टिलिटी: शरीर में पोषक तत्वों की कमी इंफर्टिलिटी के सबसे बड़े कारणों में से एक है। इसके अलावा, थायरॉयड से भी ये परेशानी आ सकती है। शरीर में थायरॉयड हार्मोन के स्तर में कमी यानि कि हाइपोथायरॉयडिज्म होने पर ओव्यूलेशन की प्रक्रिया बाधित होती है जिससे महिलाएं बांझपन की शिकार हो सकती है। इसके अलावा, हाइपोथायरॉयडिज्म की स्थिति में ओवरीज में प्रोजेस्टीरोन का उत्पादन भी कम मात्रा में होता है जिससे प्रेग्नेंसी में दिक्कत आती है। मोटापा, डायबिटीज, हार्मोनल इम्बैलेंस, ज्यादा उम्र में कंसीव करने की कोशिश करने से भी बांझपन की समस्या हो सकती है। स्मोकिंग व शराब के अत्यधिक सेवन से भी महिलाओं में ये परेशानी आ सकती है।

इन चीजों को डाइट में करें शामिल: सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट ऋजुता दिवेकर के अनुसार महिलाओं को अपने खाने में चटनी या अचार जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें मौजूद विटामिन बी12 फर्टिलिटी को बेहतर बनाता है। ऐसे में रोजाना 2 से 3 चम्मच अचार या चटनी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। घर में जमाई गई दही का सेवन करने की भी सलाह देती हैं ये डाइट विशेषज्ञ। उनके मुताबिक इसमें मौजूद पोषक तत्व फर्टिलिटी को तो मजबूत करते ही हैं, साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली एसिडिटी की प्रॉब्लम से भी निजात दिलाने में कारगर हैं। साल भर मौसमी फल और सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। इसके अलावा, ऋजुता महिलाओं को रोजाना 3 से 5 चम्मच घी खाने की भी सलाह देती हैं।

इनसे करें परहेज: पैकेज्ड फूड से दूरी बना लें- चाहे जंक फूड हो या जूस और बिस्किट; पैक किया हुआ खाना न के बराबर ही खाएं। इसके अलावा, चीज़ और आइसक्रीम खाने से भी बचें। ऋजुता के अनुसार महिलाओं को ज्यादा खाना खाने से भी बचना चाहिए। साथ ही, कोशिश करें की खाने को धीरे-धीरे खाएं जिससे शरीर की इंसुलिन रिस्पॉन्स बेहतर हो सके। इसके अलावा, उन खाद्य पदार्थों से भी परहेज करें जिनसे थायरॉयड का खतरा बढ़ता हो।