अगर आप गर्भवती हैं या गर्भधारण करने की सोच रही हैं तो आपके लिये फॉलिक एसिड की आपूर्ति बहुत ही महत्वपूर्ण है। फॉलिक एसिड को फोलेट भी कहा जाता है। यह विटामिन बी-9 का सिंथेटिक रूप है। गर्भावस्था के दौरान आपको वैसे तो सभी पोषक तत्वों पर ध्यान देना चाहिए लेकिन फोलेट सबसे जरुरी पोषक तत्वों में से एक है। फॉलिक एसिड के पर्याप्त सेवन से आपके शरीर को पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है साथ ही यह शिशु में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट जैसे बर्थ डिफेक्ट से बचाता है। गर्भवती महिला में इसकी कमी कई समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिये आपको सही मात्रा में फॉलिक एसिड का सेवन करना चाहिए। चलिये जानें फॉलिक एसिड की कमी से क्या नुकसान हो सकते हैं।
फॉलिक एसिड की कमी के लक्षण
थकावट महसूस होना
आलसपन
कमजोरी
त्वचा का पीला पड़ना
सांस लेने में परेशानी
मुँह में छाले
फॉलिक एसिड की कितनी मात्रा लें
गर्भावस्था के दौरान खुद को स्वस्थ रखने और शिशु के सही विकास के लिये गर्भवती महिला को दिनभर में 400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड का सेवन करना चाहिए। अगर आप गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं तो गर्भधारण से एक महिना पहले फॉलिक एसिड की इस मात्रा का सेवन करना शुरु करें।
फॉलिक एसिड की कमी के नुकसान
गर्भावस्था के दौरान फॉलिक एसिड की कमी कई रोगों का कारण बन सकती हैं। इसकी कमी से मेगालोब्लॉस्टिक एनीमिया हो सकता है जिसके दौरान लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य से बड़ी हो जाती हैं। इसके अलावा फॉलिक एसिड की कमी न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट का कारण बन सकती है।
कैसे लें फॉलिक एसिड की सही मात्रा
फॉलिक एसिड की आपूर्ति के लिए आपको अपने आहार में बीन्स, दालें, सिट्रस फ्रूट, जूस, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केल ब्रोकली, मशरुम्स, राजमा, पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि खाद्य पदार्थों का शामिल करना चाहिए।
