अभिनेत्री करीना कपूर ने 40 साल की उम्र में बेटे जेह को जन्म दिया। उनका पहला बेटा तैमुर भी तब हुआ था जब करीना 36 साल की थी। लेट प्रेग्नेंसी को लेकर कई तरह की बातें होतीं हैं जिसे लेकर महिलाएं अक्सर परेशान हो जातीं हैं लेकिन करीना का मानना है कि इस बात का कभी भी प्रेशर नहीं लेना चाहिए। करीना का कहना है कि उन्होंने कभी अपने बच्चों को लेकर अपनी उम्र के बारे में नहीं सोचा।

‘रेजिंग पैरेंट्स विद मानसी जावेरी’ के लेटेस्ट एपिसोड में करीना कपूर ने हिस्सा लिया जहां उन्होंने ये बातें कहीं। करीना ने कहा, ‘मैंने कभी बच्चे की प्लानिंग नहीं की थी क्योंकि मैं उस वक़्त तक 36 साल की हो चुकी थी और मेरा बायोलॉजिकल क्लॉक भी चेतावनी दे रहा था। फिर भी मैंने बच्चों के प्लानिंग नहीं की क्योंकि मेरा मानना था कि बस प्यार के लिए मैंने सैफ से शादी की है। लेकिन जब मुझे लगा कि बच्चे होने चाहिए तब हुए। मैंने कभी लेट प्रेग्नेंसी का प्रेशर नहीं लिया, मैं हमेशा अपने काम के बारे में ही सोचती थी।’

करीना कपूर के दूसरे बेटे का जन्म इसी साल फरवरी में हुआ था। करीना गर्भावस्था के दौरान भी लगातार काम करतीं रहीं। उन्होंने प्रेग्नैंसी में भी काम करने को लेकर कहा था, ‘मैंने अपना प्रेग्नैंसी पीरियड काफी एन्जॉय किया। फिल्मों में काम किया, कई इवेंट्स में गई, शोज का हिस्सा बनी। ये पल मेरे लिए यादगार रहा।’

करीना कपूर की तरह ही आजकल बहुत सी महिलाएं लेट प्रेग्नेंसी का रास्ता चुन रहीं हैं। कामकाजी महिलाओं में ये चलन ज्यादा है। अगर कोई महिला 40 की उम्र में या उसके बाद प्रेग्नेंट होती है तो उसे इन बातों का ख्याल रखना चाहिए-

उम्र बढ़ने के साथ साथ महिला के ओव्यूलेशन में डिंब की संख्या काफी कम हो जाती है। इस उम्र में डिंब की क्वालिटी और संख्या दोनों में कमी आ जाती है। इसलिए ऐसी अवस्था में आप किसी स्त्रीरोग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर डिंब से छूटने वाले एग की गुणवत्ता की जांच करा लें।

गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से अपने डॉक्टर से मिलें और उसके द्वारा बताए हल्के व्यायाम करें। खानपान का विशेष ध्यान रखें और स्ट्रेस न लें। अगर आप 40 के बाद प्रेग्नेंट होने की सोच रहीं हैं तो अपने एग्स को 30-35 की उम्र में ही फ्रीज़ करा लें। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा करने से बच्चों में होने वाली अनुवांशिक बीमारी को टाला जा सकता है।