प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। प्रेग्नेंट महिलाएं अक्सर इस दौरान यात्राओं को लेकर दुविधा में रहती हैं। उन्हें ये डर रहता है कि कहीं यात्रा की वजह से उनके होने वाले बच्चे को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे। वैसे तो गर्भावस्था में महिलाओं को यात्रा से बचना ही चाहिए लेकिन अगर ऐसा करना बहुत जरूरी हो तो थोड़ी सावधानी बरतकर ट्रैवलिंग की जा सकती है। आज के दौर में ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो गर्भावस्था में भी ऑफिस जाकर काम करती हैं, बाजार जाती हैं और अपने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए कई तरह के काम करती हैं। उनकी डिलीवरी भी नॉर्मल होती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान पहले और आखिरी तिमाही में ट्रैवेल करना आपको काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इस बाबत दूसरी तिमाही सबसे बेहतर मानी जाती है। प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में उनमें उल्टी, मितली, मार्निंग सिकनेस आदि की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इसके अलावा भी इस समय उन्हें कई तरह की सहूलियतें हासिल होती हैं। वैसे भी प्रेग्नेंसी के दौरान उन महिलाओं के लिए ट्रेवलिंग सही नहीं होती जिनकी प्रेग्नेंसी हाई रिस्क पर होती है या फिर जिन्हें डॉक्टर्स ने आराम करने की सलाह दी होती है।
प्रेग्नेंसी में ट्रैवलिंग के दौरान बरतें ये सावधानियां –
1. प्रेग्नेंसी में लंबे सफर की यात्रा करने से बचें। अगर आप ट्रैवल कर भी रही हैं तो अपने साथ सारी सुविधाओं का इंतजाम रखें।
2. ट्रैवलिंग के दौरान डॉक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए सभी दवाइयां अपने साथ रखें। अपने डॉक्टर के पेपर्स और डॉक्टर का नंबर हमेशा अपने पास रखें, जिससे इमरजेंसी होने पर आप उसका उपयोग कर सकें।
3. अगर आप कार में यात्रा कर रहीं हैं तो सीट बेल्ट को पेट के नीचे बांधे तथा विंडो खोलकर रखें। साथ ही साथ सीट पर पीछे की तरफ कमर ऐसे टिका कर बैठें जिससे कोई दर्द न हो।
4. कार में बहुत ज्यादा सिकुड़ कर न बैठे बल्कि पैर फैलाते हुए ऐसे बैठें जिससे आप आसानी से पैर हिला सकें और ऐंठन या अकड़न होने पर आपको अपना पोस्चर बदलने में दिक्कत न हो।
5. ट्रैवल के दौरान कोई भी समस्या होने पर अपने मन से कोई दवा न खाएं बल्कि अपने डॉक्टर या फिर नजदीक के किसी डॉक्टर से जरूर सलाह लें।![]()

