Pregnancy: एक अध्ययन में पाया गया है कि, जो महिलाएं आयरन से भरपूर फूड्स खाती हैं उनमें गर्भधारण की संभावना काफी कम हो जाती है। द जरनल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित शोध में पाया गया कि हीम आयरन, जो ज्यादातर मांस से आता है, इसका कोई असर नहीं पड़ता कि किसी महिला को गर्भधारण करने में कितना समय लगेगा। अमेरिका में बॉस्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि नॉन-हीम आयरन, जो मुख्य रूप से सब्जियों और डाइट्री में पाया जाता है उसका प्रभाव उन महिलाओं पर हल्का पड़ता है जिनमें आयरन की कमी होती है।
बॉस्टन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एलिजाबेथ हैच ने कहा कि, “एवरेज प्रेग्नेंसी प्लानर वाली महिलाओं को प्रीकन्सेप्शन मल्टीविटामिन लेना फायदेमंद होता है।” उन्होंने कहा कि, “यदि आपको पीरियड्स के दौरान हेवी फ्लो होता है तो आपको आयरन वाले फूड्स खाने चाहिए और इस बारे में अपनी हेल्थकेयर प्रोवाइडर से बात करनी चाहिए।”
टीम ने 4,600 से अधिक महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया, जिन्होंने अपनी क्वेरी लगभग प्रत्येक आठ सप्ताह में एक वर्ष या जब तक उन्होंने गर्भधारण नहीं किया तब तक किया। शोधकर्ताओं ने हीम और नॉन-हीम आयरन के बीच के कंनेक्शन का पता लगाया और इससे यह पता चला कि इन दोनों के बीच कोई खास संबंध नहीं है।
हालांकि, जो महिलाएं डाइट्री फाइबर या फिर किसी फूड्स के जरिए अधिक नॉन-हीम आयरन खाती हैं उनमें प्रेग्नेंसी की संभावना हल्की बढ़ जाती है। खासतौर पर उन महिलाओं में जिन्होंने पहले भी बच्चे को जन्म दिया हो।
इससे जुड़ी अन्य बातें:
हेल्दी लोगों की तुलना में प्रेग्नेंट महिलाएं और तेजी से बढ़ते शिशु सबसे अधिक आयरन की कमी के शिकार होते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान, बढ़ते भ्रूण और प्लेसेंटा की आपूर्ति करने और मैटर्नल रेड सेल मास को बढ़ाने के लिए मुख्य रूप से अधिक आयरन की आवश्यकता होती है। आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक होता है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के टिशू तक पहुंचाने और आयरन के एंजाइम के संश्लेषण के लिए कार्य करता है।
(और Lifestyle News पढ़ें)

