Tailor position in pregnancy: परिवार में जब किसी नए मेहमान के आने की उम्मीद होती है तो सभी घरवाले खुश हो जाते हैं। सभी अपने-अपने तरीके से गर्भवती महिला की देखभाल करने लगते हैं ताकि आने वाला बच्चा सुरक्षित और स्वस्थ रहे और मां का स्वास्थ्य नौ महीने तक अच्छा रहे। उसके और अजन्मे बच्चे के लिए प्यार से हर कोई उसे बताना शुरू कर देता है कि गर्भावस्था के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। लेकिन क्या आप जानती हैं कि गर्भावस्था के दौरान किस पोजीशन (Reverse tailor sitting position) में बैठना चाहिए? आइए जानते हैं-

पोजिशीन वह स्थिति है जिसमें आप खड़े होने, बैठने या लेटने के दौरान अपने शरीर को आराम देते हैं। गर्भावस्था के दौरान सही पोजीशन का पालन करने का मतलब है कि शरीर को खड़े होने, चलने, बैठने और लेटने के दौरान आपकी पीठ पर कम से कम दबाव पड़े।

पालथी मारकर बैठना

फर्श पर पालथी मारकर या पालथी मारकर बैठना बहुत आरामदायक होता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। यह जांघ की मांसपेशियों को भी स्ट्रेच करता है जिससे नॉर्मल डिलीवरी में मदद मिलती है। इसलिए डॉक्टर अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान लेग या थाई योग करने की सलाह देते हैं।

फर्श पर पालथी मारकर बैठने से कई फायदे (There are many benefits of sitting cross legged) होंगे। लेकिन कुछ गर्भवती महिलाओं को फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा इस तरह बैठने से मना किया जाता है। अगर आप पेट दर्द या कमर दर्द से परेशान हैं तो आपको इस पोजीशन में बैठने से बचना चाहिए। ऐसे में आप हल्के योग आसनों का विकल्प चुन सकते हैं।

लंबे समय तक पालथी मारकर बैठने से पैरों और टखनों पर दबाव पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन (Blood circulation) रुक जाता है, जिससे वैरिकाज़ नसों में सूजन आ जाती है। कुछ महिलाओं को लंबे समय तक किसी भी पोजीशन में बैठने के बाद कमर दर्द की समस्या होती है। यदि आपको इसके कारण किसी भी स्थिति में बैठने में असुविधा का अनुभव होता है तो डॉक्टर से परामर्श करें।

टेलर सिटिंग

हर गर्भवती महिला हर छोटी से छोटी बात का ख्याल रखती है। पैरों को अलग करके बैठना पेल्विस को खोलने में मदद कर सकता है और प्रसव के दौरान बच्चे को आसानी से बाहर आने में मदद करता है। यह गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा के लिए भी तैयार करता है।

क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान स्क्वाट पोजीशन में बैठने से पेल्विक एरिया (Pelvic area) की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। जिससे डिलीवरी में मदद मिलती है। आखिरी महीनों में डिलीवरी के लिए डॉक्टर खुद महिलाओं को फर्श पर बैठने की सलाह देते हैं।

गर्भवती होने पर पैरों को क्रॉस करने से बचें

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान बैठने के दौरान जिस पोजीशन में बैठने के लिए मना किया जाता है वह क्रॉस लेग पोजीशन, चूंकि अक्सर जब हम बैठते हैं तो सबसे पहले अपने पैरों को क्रॉस (Cross legged sitting) करते हैं। दुर्भाग्य से गर्भावस्था के दौरान यह पोजीशन असुविधा का कारण बन सकती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन अवरुद्ध होने से ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। कोशिश करें कि 30 मिनट से ज्यादा एक ही पोजीशन में बैठने से बचें।