जूस सेहत के लिए फायदेमंद होता है और जूस की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि जूस का सेवन किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं। अगर आप ध्यान दें तो मुंह की समस्या होने पर भी जूस पीने में कोई दिक्कत नहीं होती है और इसीलिए आज हम हेल्दी जूस से जुड़ी जानकारी आपके साथ साझा करेंगे।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, सब्जियों या फलों के रस का सेवन इन दिनों बहुत लोकप्रिय हो रहा है। संतुलित मात्रा में पौष्टिक रस का सेवन किया जाए तो यह शारीरिक लाभ प्रदान कर सकता है। वहीं अगर सामान्य आहार का पालन न करने के बावजूद सब्जियों या फलों के स्वस्थ रस का सेवन दिन में किया जाए तो शरीर को आवश्यक पोषण मिल सकता है।

संतरे का जूस है पौष्टिक

संतरे के जूस को भी पौष्टिक रसों की सूची में शामिल किया गया है। संतरे का रस त्वचा और पाचन तंत्र के लिए विशेष रूप से फायदेमंद बताया गया है। इसलिए हेल्दी जूस के फायदों के लिए संतरे के जूस का सेवन जरूर करना चाहिए। चूंकि संतरे के जूस में मौजूद पोषक तत्वों में फाइबर (Fiber), एंटी ऑक्सिडेंट (Antioxidant), सोडियम (Sodium), पोटैशियम (Potassium), विटामिन सी (Vitamin C), आयरन (Iron), विटामिन बी 6 (Vitamin B6) आदि शामिल हैं। और इन्हीं कारणों से संतरे के जूस को हेल्दी जूस माना गया है। इसके अलावा सेब, अंगूर, अनार, नाशपाती, आड़ू, मौसमी, अनानाश आदि फलों के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।

पत्तागोभी का जूस भी फायदेमंद

गोभी के रस को स्वस्थ रसों की सूची में शामिल किया गया है। दरअसल पत्ता गोभी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा काफी फायदेमंद बताई जाती है। फ्री रेडिकल के कारण क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करता है। पत्तागोभी के जूस में मौजूद पोषक तत्व में विटामिन सी (Vitamin C), एंथोसायनिन (Anthocyanins), इंडोल्स (Indoles), घुलनशील फाइबर (Soluble Fiber), फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Phytonutrients), क्वेरसेटिन (Quercetin) आदि मौजूद होते हैं। इसके अलावा पालक, करेला, लौकी, आदि का भी जूस सेवन कर सकते हैं।

जूस का सेवन कब करना चाहिए ?

अगर आप वेजिटेबल जूस का सेवन करते हैं तो इसे सुबह और खाली पेट किया जाए तो इससे विशेष लाभ मिल सकता है। वहीं खाली पेट फलों के जूस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना अधिक होती है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि सोने से पहले यानी अपने सोने के समय में जूस का सेवन न करें।