होली का त्योहार हिंदुओं का सबसे प्रमुख त्योहार है। इस साल होली आज यानी 14 मार्च सेलिब्रेट किया जा रहा है। हालांकि, होली से पहले होलिका दहन होता है। वहीं, होलिका दहन से पहले सरसों के उबटन को पूरे शरीर में लगाया जाता है और शरीर से निकले मैले को होलिका की अग्नि में डाला जाता है।
उबटन लगाने की क्या है मान्यता?
दरअसल, सरसों के साथ हल्दी मिलाकर उबटन को पूरे शरीर में लगाने और शरीर से निकले मैले को होलिका में जलाने से शरीर शुद्ध होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर और घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी का नाश हो जाता है और सभी तरह की नेगेटिव एनर्जी होलिका में प्रवाहित हो जाती है और इससे शरीर रोग मुक्त भी होता है।
उबटन से स्किन होता है चमकदार
सरसों और हल्दी वाले उबटन को चेहरे और पूरे शरीर में लगाने से त्वचा मुलायम और चमकदार होता है। इसको लगाने से मुंहासे भी नहीं होते हैं। सरसों में कई तरह के विटामिन और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्किन को हाइड्रेट करते हैं। इसको लगाने से स्किन डीप मॉइश्चराइज भी होती है।
कैसें बनाएं सरसों और हल्दी का उबटन
उबटन बनाने की सामग्री
2 चम्मच सरसों के दाने
2 चम्मच हल्दी
2 चम्मच दही या दूध
1 चम्मच गुलाब जल
कैसे बनाएं उबटन?
उबटन बनाने के लिए आप सबसे पहले सरसों के दाने, हल्दी, दही या दूध और गुलाब जल को डालकर एक सही से गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें। अब आप इसको अपने चेहरे और शरीर पर लगाकर 15 मिनट तक छोड़ दें। अब इसको हल्के हाथों से स्क्रब करते हुए शरीर के मैले को निकाल लें और इसको इकट्ठा कर लें। आप इसको रात के समय होलिका में प्रवाहित कर सकते हैं। इसको लगाने से आपकी त्वचा हेल्दी और नमी बनी रहती है। आगे पढ़िएः Holi Thandai: होली पर ऐसे बनाएं भांग की ठंडाई, दोगुना हो जाएगा रंगों के त्योहार का मजा