अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव से पहले 2020 में भारत आए थे। डोनाल्ड ने भारत के बिजनेमैन के साथ एक विशेष मीटिंग की थी। इस मीटिंग में ट्रंप ने अमेरिका के भविष्य के प्लान्स के बारे में बताया था। डोनाल्ड ट्रंप ने इसके बाद पूछा था कि आप लोगों ने अमेरिका में कितना निवेश किया है, मैं उसपर नजर रखता हूं। मुकेश अंबानी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि रिलाइंस इंडस्ट्रीज़ ने अमेरिका में 7 अरब डॉलर का निवेश किया है।
मुकेश अंबानी का जवाब सुनकर ट्रंप भी हैरान रह गए थे। उन्होंने इसकी तारीफ करते हुए कहा था कि ये बहुत अच्छा है। मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी के टेलीकॉम बिजनेस के बारे में भी डोनाल्ड ट्रंप को बताया था जिससे ट्रंप काफी प्रभावित हो गए थे। उन्होंने कहा था कि अभी हमारा नेटवर्क 4जी पर काम कर रहा है, लेकिन हम बहुत जल्द 5जी भी लेकर आ रहे हैं। मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलाइंस ही एकमात्र कंपनी है जो चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं करती है। ये सुनकर ट्रंप काफी हैरान हो गए थे। उन्होंने इसकी भी तारीफ की थी।
अमेरिका में निवेश को लेकर मुकेश अंबानी ने ट्रंप शासन की काफी तारीफ भी की थी। उन्होंने कहा था कि अब भारतीय कंपनियों के लिए ये बहुत आसान हो गया है कि वह आसानी से अमेरिका में निवेश कर सकती हैं। ये आपके शासन के दौरान ज्यादा आसान हुआ है। खैर, इस दौरान अमेरिका में चुनाव की हलचल तेज हो चुकी थी। लेकिन कोरोना की पहली लहर के बीच हुए चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को हार का सामना करना पड़ा था।
ज्यादा पैसा नहीं बल्कि ये था मुकेश अंबानी का मकसद: मुकेश अंबानी के जीवन का मकसद सिर्फ पैसा कमाना नहीं था बल्कि वह कुछ और करना चाहते थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह पैसा कमाने की जगह चैलेंज लेने पर ज्यादा ध्यान देते थे। इसके अलावा मुकेश अंबानी पढ़ाई करने के भी बहुत शौकीन थे और कई बार तो रात को 2 बजे तक पढ़ाई किया करते थे। उन्हें विज्ञान और टेक्नोलॉजी में काफी रुचि थी और वह ज्यादातर समय इन्हीं विषयों को पढ़ने में लगाते थे।
