गुरु नानक देव के 550वां प्रकाश पर्व मंगलवार को पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। सभी गुरुद्वारों में विशेष सजावट की गई है।कीर्तन-दरबार सजे हैं। गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व एकता और भाईचारे का संदेश देता है। मुस्लिम समाज के लोग भी सेवा करने के साथ लंगर छकेंगे। बता दें कि प्रकाश पर्व पर भाईचारे का उदाहरण उत्तर प्रदेश का जिला गाजियाबाद में देखने को मिल रहा है। जहां हाफिज नूर हर साल गुरुद्वारे में सहयोग करते हैं।

हाफिज नूर हर साल मनाते हैं प्रकाश पर्व: गुरुनानक देव का प्रकाश पर्व हाफिज नूर मोहम्मद लंबे समय से मनाते आ रहे हैं। उनके यहां मुस्लिम समाज के लोग भी सेवा करने के साथ लंगर भी छकेंगे। भूड़ भारतनगर स्थित मस्जिद के सचिव हाफिज नूर हर वर्ष गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सभा में सेवा करते है और लंगर भी छकते हैं। हाफिज लगभग गुरुद्वारे के सभी कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। बजरिया के गुरुद्वारे में होने वाले लगभग सभी कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। वे सेवा के साथ लंगर भी करते हैं। गुरुद्वारे के अध्यक्ष टीटू सिंह ने बताया, ‘मुस्लिम भाई खुद ही आकर सेवा करते हैं। जब लंगर होता है तो वह उसमें भी शामिल होते हैं।’

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हाफिज पिता के साथ आते थे गुरुद्वारा: हाफिज ने मीडिया को बताया कि उनके पिता भी गुरुद्वारे में होने वाले कार्यक्रमों में जाते थे। तब उनके साथ मैं भी जाता था। उन्हीं के बताए रास्ते पर चल रहा हूं। मुझे गुरुद्वारे में जाते हुए लगभग 30 साल हो गए हैं। वैसे तो हर धर्म और पर्व हमें आपसी एकता और भाईचारा का संदेश देते हैं। यहां हिंदू धर्म में रामनवमी, जन्माष्टमी और अन्य पर्वों पर होने वाले उत्सव में भी वो अपने मुस्लिम भाइयों के साथ शामिल होते हैं।

सभी धर्मों के पर्वों को मनाते हैं धूम-धाम से: हाफिज ने बताया कि वो रामलीला में भी सहयोग करते है। उनके यहां ईद में हिंदू और सिख भाई भी सहयोग करते हैं और इसे धूम-धाम से मनाते हैं। सिमरन सभा के प्रधान जोगेंद्र सिंह ने कहा कि हाफिज हर वर्ष गुरुद्वारे आकर लोगों की मदद करते हैं और गुरुद्वारे के काम में भी सहयोग करते हैं। यह सब देख लोगों को अच्छा लगता है और उनसे सीखते भी हैं।