Mahavir Jayanti 2020 Date in India: इस साल महावीर जयंती सोमवार 6 अप्रैल को मनाई जाएगी। महावीर जी को जैन धर्म के चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर माने जाते हैं। महावीर जंयती इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इसी दिन भगवान महावीर जी का जन्म हुआ था।हर साल महावीर जयंती के दिन भगवान महावीर जी की शोभा यात्रा निकाली जाती है। जिसमें जैन धर्म के अनुयायी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। महावीर जी ने लोगों को सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलना सिखाया था।
महावीर जयंती का महत्व: जैन धर्म के अनुसार, 12 वर्षों तक वर्धमान ने तप किया और अपनी सभी इंद्रियों पर काबू पा लिया था। यही वजह थी कि उन्हें जिन की उपाधि दी गई थी। जिसका अर्थ है विजेता क्योंकि उनका यह तप किसी परीक्षा से कम नहीं था। जिसके बाद उन्हें महावीर के नाम की उपाधि प्राप्त हुई। महावीर जी के दिखाए हुए मार्ग पर चलने वाले लोगों को ही जैन कहा जाता है। जैन का अर्थ है जिन के अनुयायी। दीक्षा ग्रहण करने के बाद भगवान महावीर ने कठिन दिगम्बर चर्या को अंगीकार किया और निर्वस्त्र रहें। वहीं श्वेतांबर संप्रदाय की माने तो महावीर जी दीक्षा के कुछ समय तक ही निर्वस्त्र रहें और उन्होंने केवल ज्ञान की प्राप्ति ही निर्वस्त्र अवस्था में की। महावीर जी ने अपने पूरे साधना काल में मौन धारण कर रखा था।
महावीर जयंती कैसे मनाई जाती है: जैन धर्म के लोग महावीर जयंती के दिन भगवान महावीर को याद करते हैं। महावीर जंयती के दिन लोग भगवान महावीर जी की प्रतिमा को जल के साथ- साथ सुगंधित तेल से धोते हैं। इस प्रकार महावीर जी का शुद्धिकरण किया जाता है। इसके बाद महावीर जी की शोभा यात्रा निकाली जाती है। जिसमें जैन धर्म के संत एक रथ पर महावीर जी की प्रतिमा को लेकर जगह- जगह पर घुमाते हैं और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान को लोगों को तक पहुचांते हैं।
महावीर जी ने अहिंसा का संदेश दिया था: जैन धर्म के लोग महावीर जयंती को बहुत धूम-धाम से मनाते हैं। महावीर जी ने दुनिया में लोगों को हमेशा सत्य और अहिंसा के रास्ते पर ही चलना सिखाया था। उन्होंने हमेशा लोगों को प्रकृति के करीब रहने को कहा था।

