बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पटना पहुंचते ही सियासत एक बार फिर गरमा गई है। लालू के पहुंचने से एक बार फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि परिवार में जारी कलह जल्द ही खत्म हो सकती है। हाल ही में कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की करारी हार हुई है। बिहार में जारी सियासी हलचल के बीच लालू प्रसाद यादव का वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है।

इंटरव्यू के दौरान प्रभु चावला सवाल पूछते हैं, ‘बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। आपके पास अभी बहुत कम सीटें हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगली बार मोदी आया तो आपका भी सफाया हो जाएगा। क्या इसमें कुछ सच्चाई है?’ इसके जवाब में लालू ने कहा था, ‘ऐसा कुछ नहीं हो सकता है। ये मीडिया की अफवाह है। चाहें, नीतीश-मोदी साथ रहें या नीतीश-मोदी साथ नहीं रहें, लेकिन हमारी पार्टी कभी बीजेपी को जीतने नहीं देगी। झारखंड में भी हम एनडीए गठबंधन को जीतने नहीं देंगे।’

प्रभु चावला अगला सवाल करते हैं, ‘क्या लालू प्रसाद यादव कभी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनेंगे?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘हमने कभी भी देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखा है। हमें नहीं लगता कि हम प्रधानमंत्री बनना भी चाहेंगे। चुनाव के बाद ही हम तय करेंगे कि कौन प्रधानमंत्री बनेंगे। हमारा उद्देश्य आरएसएस-बीजेपी जैसी सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से बाहर रखना है। हमें सब पता है कि कौन हमें पसंद करता है और कौन नहीं? हम सोनिया जी के साथ ही रहेंगे। बिहार में लोकल मुद्दे तो होते ही नहीं हैं।’

आप नरेंद्र मोदी से डरे हुए हैं? इंडिया टीवी के कार्यक्रम ‘आप की अदालत’ में लालू प्रसाद यादव से पूछा गया था, ‘ऐसा बोला जा रहा है कि आप नरेंद्र मोदी से डरे हुए हैं?’ इसके जवाब में वो लालू कहते हैं, ‘हम अहीर जाति से आते हैं, हम किसी से डरते नहीं हैं। नरेंद्र मोदी मुझसे बहुत जूनियर हैं। वो मुझसे उम्र में 5 साल छोटे हैं। मैं राजनीति में 1990 में आया और वो बाद में आए होंगे। वो कहते हैं कि जब मैं चाय बेचता था तो हिंदी सीखा तो क्या इससे पहले वो अंग्रेज थे? ये कुछ नहीं है जनता को गुमराह करने का तरीका बना लिया है।’