Sawan 2019: सावन के महीने को बहुत ही शुभ महीना माना जाता है। सावन के दौरान भगवान शिव की पूजा होती है और उनपर जल और दूध चढ़ाया जाता है। हरा रंग प्रकृति का रंग होता है। इसके साथ ही यह सौभाग्य से भी जुड़ा है। हरा रंग पहनने से प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने के अलावा शुभता और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। कई महिलाएं सावन के दौरान हरे रंग की चूड़ियां पहनती हैं तो कई साड़ी या अन्य कपड़े पहनती हैं। आइए जानते हैं सावन में महिलाएं हरा रंग क्यों पहनना पसंद करती हैं और इसके पीछे का सही कारण क्या है।

शादी से जुड़ा होता है हरा रंग:
हिंदू धर्म में हरे रंग को शादी से भी जोड़ा जाता है। हरे रंग को लाल की तरह ही माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह किसी के विवाहित जीवन में खुशहाली और खुशियां लाता है। इस प्रकार, महिलाएं अपने विवाहित जीवन और भगवान शिव से अपने पति के लिए लंबे जीवन के लिए आशीर्वाद लेने के लिए हरे रंग की चूड़ियां और साथ ही हरे रंग के कपड़े पहनती हैं।

प्रोफेशन और करियर के लिए:
मर्करी एक व्यक्ति के करियर और व्यवसाय से संबंधित है। बुध देव ग्रह के स्वामी हैं। हरा रंग बुध देव को प्रिय है। इस प्रकार, हरे रंग को पहनने से व्यक्ति को एक बेहतर करियर का सौभाग्य प्राप्त होता है।

खुशहाल जिंदगी के लिए:
हरा रंग खुशहाली का संदेश होता है। इसलिए सावन के महीने में महिलाएं हरा रंग पहनना पसंद करती हैं। वह अपने परिवार और बच्चों की खुशहाल जिंदगी के लिए ऐसा करती हैं। हर कोई चाहता है कि उनका परिवार सुख-शांति की जिंदगी व्यतीत करें।

अच्छा भाग्य प्राप्त करने के लिए:
ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को हरा रंग बेहद पसंद है और यह भी सच है कि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित किया जाता है। इसलिए महिलाएं हरा रंग रहनती हैं ताकि उनका भाग्य अच्छा रहे और भविष्य में भी उनका भाग्य अच्छा रहे। साथ ही वह अपने पति के अच्छे भाग्य के लिए भी हरा रंग पहनना पसंद करती हैं।