Child Anger Issues: छोटे बच्चों को संभालना माता-पिता के लिए काफी चुनौती भरी होती है। कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो काफी गुस्सैल, जिद्दी और चिडचिड़े स्वभाव के होते हैं। बच्चों के इस स्वभाव से हर समय पैरेंट्स परेशान रहते हैं। हालांकि, कई बार बच्चों की इन बुरी आदतों के कारण माता-पिता का गुस्सा सातवें आसमान पर चला जाता है।
बच्चों को लेकर पेरेंट्स रखें धैर्य
बच्चों का स्वभाव ही जिद्दी और चिडचिड़े वाला होता है। ऐसे में अगर आपके बच्चे भी जिद्दी या फिर चिड़चिड़े वाले हो गए हैं तो आप उनको देखकर तुरंत गुस्सा न करें। सबसे पहले उनकी बातों को शांत होकर ध्यान से सुने और किस कारण से आपका बच्चा गुस्सा हो रहा है, इसको समझने की कोशिश करें। बच्चों को हर रोज समय दें, ताकि बच्चे आपसे कटा हुआ महसूस न कर सके।
बच्चों से करें सकारात्मक बातचीत
जब भी बच्चा जिद्दी हो तो आप उससे सकारात्मक तरीके से बाद करें। बच्चों को डांटने या फिर चीखने के बजाय उनको समझने का प्रयास करें। उनकी जो भी भावनाएं हैं, उसको स्वीकार करें। बच्चों को यह भी फील कराएं कि आपको उनकी परवाह है और आप सही से केयर कर रहे हैं।
अच्छे व्यवहार पर दें इनाम
कई बार बच्चे कुछ बेहतर करते हैं तो माता-पिता बच्चों की मनोबल को नहीं बढ़ाते हैं। अच्छे व्यवहार पर पेरेंट्स को अपने बच्चों की तारीफ करनी चाहिए। आप उन्हें कुछ इनाम भी दे सकते हैं। इससे बच्चे हर समय अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रेरित होंगे। आप उन्हें कोई खिलौना या फिर मिठाई भी दे सकते हैं।
चिड़चिड़ा होने पर बच्चों का भटकाएं ध्यान
अगर किसी समय आपका बच्चा गुस्सैल या फिर चिड़चिड़ा हो जा रहा है तो आप उसके ध्यान को एक जगह से दूसरे जगह भटकाने का प्रयास करें। ध्यान भटकाने की यह तकनीक उसकी जीद को कम करेगा। आप अपने बच्चे को कोई नई गतिविधि या खेल के लिए भेज सकते हैं।
बच्चों के लिए बिताएं समय
बच्चे आम तौर पर तब अधिक गुस्सैल हो जाते हैं, जब उन्हें लगता है कि उन पर अधिक ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में आप उनके साथ समय बिताएं। आप इस समय अपने बच्चे के साथ उनकी मन पसंद खेल या फिर कोई और गतिविधि कर सकते हैं। आप बच्चों के साथ बातचीत को कभी बंद नहीं करें। जब भी समय मिले तब उनके साथ बात करें। आगे पढ़िएःआंवले का काढ़ा कैसे बनाएं?