मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में दारू के शौकीनों को अब कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद ही दारू मिलेगी। इस मामले पर खंडवा के आबकारी अधिकारी आरपी किरर का बयान भी आया है। हालांकि अपने बयान को लेकर वह लोगों के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, उनका कहना है कि शराब लेने के लिए व्यक्ति को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं है। उनका मानना है कि दारू पीने वाला व्यक्ति कभी झूठ नहीं बोलता है, ऐसे में उसकी ईमानदारी पर भरोसा किया जा सकता है।

आबकारी अधिकारी का एक वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते नजर आए, “लोकल प्रशासन के आदेश के तहत हमने आदेश निकाला है कि जिसके दोनों डोज लग गए हों, उसी को दारू की बिक्री करेंगे।” वहीं जब उनसे पूछा गया कि यह बात वेरिफाई कैसे होगी तो उन्होंने तर्क दिया, “ये तो वो कहेगा कि हां मेरे दोनों डोज लग गए हैं, क्योंकि हमारा खुद का अनुभव है कि दारू पीने वाला सही बोलता है।”

आबकारी अधिकारी के इस वीडियो पर अब पत्रकारों सहित आम लोग भी खूब कमेंट कर रहे हैं। मशहूर पत्रकार उमाशंकर सिंह ने आबकारी अधिकारी के वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “हिंदुस्तान में अधिकतर…हमारा खुद का अनुभव है कि दारू पीने वाला सही बोलता है।’ इसका एक मतलब तो ये भी निकलता है कि जो कहता है कि मैं दारू नहीं पीता, वो झूठ बोल रहा होता है।”

पत्रकार आसिफ आजमी ने वीडियो पर चुटकी लेते हुए लिखा, “देश की कमान किसे सौंपी जाए? उत्तर…” मशहूर कॉमेडियन राजीव निगम ने वीडियो पर चुटकी लेते हुए लिखा, “हां मेरे दोनों लग गए हैं।” पत्रकार अभिनव पांडे ने वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, “गाड़ी तेरा भाई चलाएगा, चढी बिल्कुल नहीं है’ पीने के बाद बोला जाने वाला पहला सच।”

ओम प्रकाश नाम के यूजर ने वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, “जनता के हित में प्रधानमंत्री को तत्काल यह आदेश जारी कर देना चाहिए कि उच्च पदों पर मौजूद नेताओं को अपनी रैली में ले जाने से पहले दारू पीकर जाएं, ताकि रैली में ज्यादा से ज्यादा सच बोल सकें।” व्यास नाम के यूजर ने लिखा, “अदालत में भी मुलजिम को कटघरे में ले जाने से पहले दारु पिलाने की व्यवस्था की जाए।”

बता दें कि लोगों के निशाने पर आने के बाद आबकारी अधिकारी ने बयान पर सफाई भी दी थी। हालांकि तब भी उनका कहना था कि शराब लेने आने वाला आदमी फोकट में शराब नहीं ले रहा, वह पैसे दे रहा है। इसलिए झूठ क्यों बोलेगा?