फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने रविवार (पांच मार्च) को बताया कि सरोगेसी से उनके दो जुड़वा बच्चे हुए हैं। एक लड़का, एक लड़की। करण ने दोनों का नाम (यश और रूही) भी बता दिया है। हालांकि करण ने ये नहीं बताया कि उनके बच्चे कब हुए। माना जा रहा है कि करण के सरोगेट जुड़वा बच्चे फरवरी में हुए थे। बहरहाल, मीडिया और सोशल मीडिया पर करण को इसके लिए बधाइयां भी मिल रही हैं। लेकिन कम लोगों को पता है कि संभव है कि वो आखिरी “कंवारे” पिता बनने वाले आखिरी सेलेब्रिटी हों क्योंकि नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने पिछले साल ही सरोगेसी से जुड़े विधेयको को मंजूरी दे दी थी। हालांकि इस विधेयक को अभी संसद से पारित किया जाना बाकी है।
ये खबर शुक्रवार (तीन मार्च को तब सामने आयी जब करण ने मुंबई की महानगरपालिका बीएमसी में बच्चों का जन्म पंजीकरण कराया। करण से पहले सरोगेसी से पिता बनने वाले सेलेब्रिटी थे तुषार कपूर। तुषार पिछले साल जून में पिता बने थे। करण ने सरोगेसी से पिता बनने का फैसला ऐसे समय में किया जब सरकार इससे जुड़े कानून में बड़ा बदलाव होने वाला है। केंद्र सरकार के सरोगेसी (नियंत्रण) विधेयक 2016 को मंत्रिमंडल ने पिछले साल अगस्त में मंजूरी दी थी लेकिन अभी इसे संसद में पेश किया जाना है।
सरोगेसी में एक स्त्री और पुरुष के शुक्राणु और अण्डाणु को किसी तीसरी महिला (सरोगेट माता) के गर्भ में प्रत्योरिपत कर दिया जाता है। बच्चे का भ्रूण सरोगेट माता के गर्भ में ही विकसित होता है। बच्चे के जन्म के बाद उसके माता-पिता को बच्चा सौंप दिया जाता है। पिछले कुछ सालों में भारत सरोगेसी के बड़े बाजार के रूप में तेजी से उभरा है। जहां एक तरफ सरोगेसी से माता-पिता बनने वाले दंपतियों की संख्या बढ़ी है वहीं दूसरी तरफ इसके दुरुपयोग की शिकायतें भी बढ़ी हैं। सरोगेसी को लेकर तब विवाद हो गया था जब वित्त मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में कह दिया था कि फिल्म स्टार की बीवियां दर्द से बचने के लिए सरोगेसी का सहारा लेती हैं।
सरोगेसी विधेयक 2016 में सरोगेसी के कारोबारी इस्तेमाल पर रोक लग जाएगी। नए विधेयक के संसद से पारित होने के बाद विदेशियों, अकेली महिला या अकेले पुरुष, समलैंगिक दंपतियों और लिव-इन (सहजीवन) में रहने वाले दंपतियों के सरोगेसी के इस्तेमाल पर रोक लग जाएगी। करण जौहर शादीशुदा नहीं हैं और मीडिया में उनके समलैंगिक होने के बारे में भी खबरें आती रहती हैं। ऐसे में नए कानून के बनने के बाद उनके जैसे सेलेब के लिए सरोगेसी से पिता या माता बनना असंभव हो जाएगा।
तुषार कपूर से पहले शाहरुख खान-गौरी खान, आमिर खान-किरण राव खान और सोहैल खान-सीमा सचदेवा खान भी सरोगेसी से माता-पिता बन चुके हैं। सुषमा ने शायद इसी ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए कहा था, “जो सुविधा के लिए शुरू किया गया था वो विलासिता बन गया…बड़े सेलेब्रिटी जिनकी पहले से ही एक या दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी हैं वो भी सरोगेसी का इस्तेमाल कर रहे हैं…” भले ही उस समय सुषमा के बयान की कुछ लोगों ने तीखी आलोचना की हो लेकिन कई समाजसेवी सरोगेसी के गलत इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।

