जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार थोड़ी ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। नीतीश सरकार के कैबिनेट में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन का भी नाम है। शपथ ग्रहण समारोह से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान सुमन ने कहा कि उनके लिए यह बड़ी जिम्मेदारी है। चुनौती पिता से बड़ी लकीर खींचने की है।
आपको बता दें कि संतोष ‘हम’ यानी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। जबकि उनके पिता जीतन राम मांझी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पॉलिटिकल साइंस में मास्टर और उसके बाद डॉक्टरेट यानी पीएचडी करने वाले संतोष सुमन को इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए रणनीति बनाने का श्रेय दिया जाता है। संतोष ने प्रत्याशियों के चयन से लेकर महागठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल होने जैसे फैसलों में अहम भूमिका निभाई। आपको बता दें कि संतोष कुमार सुमन ने यूजीसी नेट की परीक्षा भी पास की है।
प्रॉपर्टी भी कम नहीं: साल 2015 में चुनावी अखाड़े में उतरे संतोष कुमार सुमन को हार का सामना करना पड़ा था। वह कुटुंबा सीट से चुनावी मैदान में थे लेकिन करीब 10 हज़ार मतों से पराजय झेलनी पड़ी थी। इसके बाद वे विधान परिषद के सदस्य बन गए थे। 2015 में दिए गए चुनावी हलफनामे में संतोष ने बताया था कि वे तीन करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने चुनाव आयोग को यह जानकारी भी दी थी कि उन पर करीब 17 लाख रुपए की देनदारी भी है।
आपको बता दें कि नीतीश सरकार की कैबिनेट में शामिल होने वाले जिन नेताओं का नाम चर्चा में हैं उनमें वीआईपी यानी विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी शामिल है। मुकेश सहनी को हालांकि चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
