आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को तनाव होना आम बात है लेकिन इसका लगातार बने रहना खतरनाक है। लगातार तनाव में रहने का असर शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगता है। इससे लोगों की कार्यक्षमता कम होने लगती है इसलिए यह जरूरी है कि तनाव को समय रहते ही दूर कर लिया जाए लेकिन अधिकतर लोग तनाव को दूर करने के तरीकों को नहीं जानते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं तनाव को दूर करने के कुछ तरीके जिनको अपनाने से आपको जरूर फायदा होगा।

वास्तविक समस्या को पहचानें
आप नौकरी-पेशा हों या कोई व्यवसायी, हर रोज आपके सामने ऐसी परिस्थितियां आती ही हैं जिनसे तनाव होना स्वाभाविक है। कभी बॉस की डांट से तो कभी लक्ष्य पूरा नहीं होने पर तनाव हो जाता है। किसी को पदोन्नति की तो किसी को अपने व्यवसाय की बिक्री बढ़ाने की चिंता रहती है। जब भी तनाव हो, कुछ समय अकेले बैठकर सोचें आखिर आपकी वास्तविक समस्या क्या है। वास्तविक समस्या पहचानने के साथ ही आधा तनाव खत्म हो जाता है। इसलिए समस्या को जल्द से जल्द पहचानें।

कार्य बंटवारा करें
हर कार्य को खुद करने की कोशिश करना भी तनाव की बड़ी वजह होता है। यह तो तय है कि आप सभी कार्य खुद नहीं कर सकते हैं, इसलिए कार्यों का विकेंद्रीकरण करना शुरू करें। जो काम आपके लिए और कोई कर सकता है, उसे तुरंत उसे दे दें। इसके लिए हो सकता है आपको अपने सहयोगियों या दोस्तों की मदद लेनी पड़े। आप उस कार्य की देखरेख करें। इससे तनाव अपने आप ही कम हो जाएगा।

डर और तनाव के बीच भेद करें
डर और तनाव के बीच के अंतर को समझना सीखें। किसी कार्य को करते समय उसमें विफल होने का डर होता है। अगर आप उस कार्य को बेहतर ढंग से नहीं करेंगे तो उसमें विफल हो भी सकते हैं। वहीं, इस डर की वजह से होने वाली चिंता हमें तनाव देती है। इसलिए खुद को बताएं कि डर और तनाव अलग-अलग होते हैं और उनसे निबटने के तरीके भी भिन्न होते हैं। हालांकि, इस अंतर को समझने के लिए काफी अभ्यास की आवश्यकता होती है।

सकारात्मक सोचें
तनाव से दूर रहने का सबसे अचूक तरीका है, हर स्थिति में सकारात्मक सोचें। सकारात्मक सोच वाले लोगों को तनाव कभी-कभी ही घेर पाता है क्योंकि उनका मानना होता है कि कुछ भी हो वे सफल होकर ही रहेंगे। अगर आपकी सोच नकारात्मक है तो उसे धीरे-धीरे बदलने की कोशिश करें क्योंकि सोच का तरीका बदलने में समय लगता है।

न कहना सीखें
कई बार हम लोगों को न कहना नहीं चाहते हैं और उनकी वजह से ऐसी परिस्थितियों का निर्माण होता है कि हम तनाव में आ जाते हैं। इसलिए न कहने की आदत डालें। जहां आप लोगों की मदद कर सकते हैं, वहां करें, क्योंकि लोगों की मदद करने से भी तनाव कम होता है। लेकिन जहां सहायता नहीं कर सकते हैं, वहां सिर्फ हां कहने भर के लिए हां, नहीं कहें।

खुद का ध्यान रखें
अपने आप का मानसिक और शारीरिक रूप से ध्यान रखें। अगर आप बीमार या अस्वस्थ हैं तो तनाव जल्द से आपको जकड़ सकता है। आप अगर स्वस्थ रहेंगे तो तनाव का मुकाबला भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। संतुलित भोजन खाने की कोशिश करें। समय-समय पर पानी पीते रहें क्योंकि पानी की कमी की वजह से भी दिमाग तनाव के संकेत देता है।