बारिश का मौसम बागवानी के लिए परफेक्ट रहता है। इस दौरान कोई भी पेड़-पौधा आसानी से लगाया जा सकता है। कम केयर करने के बाद भी इस मौसम में पौधे तेजी से बढ़ते हैं। बारीश में हर तरफ हरियाली नजर आती है। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी बालकनी या टैरिक गॉर्डन फूलों से भरा-भरा रंगीन और सुंदर नजर आए तो आपको कुछ पौधे अपने यहां जरूर लगाने चाहिए।
इनमें से एक नाम है सदाबहार का पौधा। अगर इसे सही तरीके लगाया जाए तो ये पौधा सालभर फूल देगा। इसे आसानी से गमले में लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं इस पौधे के रस को पीने से डायबिटीज जैसी बीमारी को भी कंट्रोल करने का दावा किया जाता है। आइए जानें सदाबहार का पौधा लगाने का सही तरीका।
सदाबहार का पौधा कटिंग से लगाने का तरीका (How to grow sadabahar plant from cutting)
कटिंग से सदाबहार पौधा लगाने के लिए सबसे पहले किसी हेल्दी पौधे से एक तना काट लें। इसे करीब 10 दिनों के लिए छोटे जार या पानी के गिलास में रखें। एक बात का ध्यान रखें कि पानी आपको बारिश के दिनों में रोजाना बदलना है। जब ये ग्रोथ करने लगे और तने निकल आएं तो इसे मिट्टी में लगा लें।
गमलों में सदाबहार पौधा लगाने का तरीक (How to grow sadabahar plant)
गमले में सदाबहार का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले मिट्टी तैयार करें। गमले में मिट्टी को हल्का रखें। इसमें कोकोपीट और वर्मीकंपोस्ट डालें। हल्का-हल्का पानी डालें। फिर 15 दिन बाद इसमें फिर वर्मीकंपोस्ट डालें और पौधे को अच्छी तरह से लगा लें।
इन बातों का रखें ध्यान
सदाबहार के पौधे में ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए। इसमें बस नमी बनाए रखें। इसे ऐसी जगह रखें जहां पौधे को धूप भी मिले। समय-समय पर इसमें खाद जरूर डालें ताकि इसकी ग्रोथ होती रहे। हर 1 महीने पर पौधे की गुड़ाई जरूर करें इससे पौधे में जान रहती है।
