डार्क नेक होना एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। गर्दन की ठीक से सफाई नहीं करने से गर्दन की स्किन पर काले रंग की परत जमने लगती है जिसकी वजह से स्किन का रंग काला पड़ने लगता है। ज्यादा धूप में रहने से भी गर्दन का रंग काला पड़ने लगता है। बॉडी में आयरन की कमी भी गर्दन का रंग काला कर देती है। गर्दन का काला रंग देखने में बेहद खराब दिखता है। अगर डीप नेक ड्रेस पहना जाए तो काली गर्दन बहुत खराब दिखती है।

ज्यादातर लोग काली गर्दन से छुटकारा पाने के लिए कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं ताकि जल्द ही उन्हें इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट का रिजल्ट मिल सके। कई बार इन कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का स्किन पर साइड इफेक्ट भी दिखता है।

हम में से कई लोग डार्क नेक को हल्का करने के लिए घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं। इंस्टाग्राम पर मौजूद एक रील में बताया गया था कि एलोवेरा का उपयोग बेकिंग सोडा के साथ किया जाए तो डार्क नेक से छुटकारा पाया जा सकता है। स्किन और ब्यूटी सीक्रेट्स विद शालिनी ने डार्क नेक से छुटकारा पाने का खास तरीका बताया है।

प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्किन स्पेशलिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और लेजर सर्जन डॉ. नव्या हांडा ने बताया कि स्किनकेयर हैक में ऐसे तत्व होते हैं जिनके स्किन के लिए कई फायदे हैं। बेकिंग सोडा स्क्रब का एक प्रमुख घटक जो अपने एक्सफोलिएटिंग गुणों के लिए जाना जाता है।

एक्सपर्ट के मुताबिक इसका इस्तेमाल संवेदनशील स्किन पर करने से स्किन पर अपघर्षक हो सकता है। इससे स्किन में जलन पैदा हो सकती है और स्किन का नेचुरल pH balance बाधित हो सकता है। डॉ. हांडा ने कहा नींबू के रस का इस्तेमाल खासकर अगर त्वचा सूरज की रोशनी के संपर्क में है, तो प्रकाश संवेदनशीलता और स्किन रिएक्शन का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि एलोवेरा और बेकिंग सोडा का पैक घर में कैसे तैयार करें।

सामग्री

  • एलोवेरा की पत्ती
  • खाने का सोडा
  • चीनी
  • हल्दी
  • अगर कालापन अधिक है तो नींबू का रस इस्तेमाल कर सकते हैं

तरीका

  • सबसे पहले एलोवेरा की पत्तियों को दरदरा पीस लें और उसमें खाने का सोडा, चीनी, एक चुटकी हल्दी और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं। सब चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें।
  • इसे लगाने के लिए सबसे पहले गर्दन पर 10 मिनट तक गर्म तौलिया रखें।
  • तैयार पैक से 15 मिनट तक स्क्रब करें। वयस्कों को यह प्रक्रिया हफ्ते में तीन बार करनी चाहिए। लेकिन बच्चों को सिर्फ एक बार करना चाहिए।
  • यह स्क्रब सप्ताह में तीन बार करना काफी है। ज्यादा एक्सफोलिएशन करने से स्किन पर रेडनेस,सूखापन और त्वचा की संवेदनशीलता बढ़ सकती है।