अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है। कोरोना काल के दौरान लंबे अवकाश के बाद अब सभी स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं। ऐसे में स्कूल-कॉलेजों में भी इस दिन को सेलिब्रेट करने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
भाषण में इन बातों का कर सकते हैं जिक्र: महिला दिवस को मनाने का उद्देश्य अलग-अलग क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर लोहा मनवा रहीं महिलाओं की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करना, उनके योगदान को याद करना है। महिला दिवस के मौके पर देश-दुनिया की महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाया जाता है।
ऐसा हो आपका भाषण: आप अपने भाषण की शुरुआत नमस्कार या प्रणाम जैसे अभिवादन से कर सकते हैं। इसके बाद बताएं कि आखिर महिला दिवस क्यों मनाया जाता है, इसकी शुरुआत कब से हुई और भारत में यह कब से मनाया जा रहा है। साथ ही इस बार की थीम क्या है।
आप अपने भाषण में भारत की कुछ ऐसी महिलाओं का भी जिक्र कर सकते हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बूते अलग-अलग क्षेत्रों में लोहा मनवाया है।
स्पीच में करें इस दिन की शुरुआत का जिक्र: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत अमेरिका के न्यूयार्क शहर से हुई थी, जिसपर बाद में संयुक्त राष्ट्र ने भी अपनी मोहर लगा दी थी। महिला दिवस का खास मकसद महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करना और उन्हें याद करना है। समाज को लैंगिक एकता व समानता के लिए जागरूक करना है।
महिला दिवस की थीम: स्पीच लिखते समय महिला दिवस की थीम का जिक्र करना जरूरी है। इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’ यानी स्थाई कल के लिए लैंगिक समानता जरूरी है।
Sample 1- आज यानी 8 मार्च को दुनियाभर में महिला दिवस मनाया जा रहा है। इसका इतिहास करीब एक दशक से भी पुराना है। महिलाओं का घर से लेकर बिजनेस और समाज के उत्थान में महत्पूवर्ण योगदान रहा है। हर बड़े पद पर महिलाओं का वर्चस्व कायम है। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। हमारे देश की महिलाओं ने अपनी लगन और मेहनत के बल पर मुकाम कायम किया है। महिलाओं ने मां, बहन, बेटी, पत्नी, प्रेमिका और दोस्त के रूप में हमेशा से अपनी भूमिका निभाई है।
महिलाओं के सशक्तीकरण का भी करें जिक्र: अपने भाषण में महिलाओं के सशक्तिकरण का जिक्र करना भी जरूरी है। महिलाओं को अपने मान, सम्मान और हक की लड़ाई खुद लड़नी होगी ताकि वो समाज में अपना मुकाम हासिल कर सकें। स्पीच में महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने का जिक्र करना भी जरूरी है।