Republic Day 2021: देश की आजादी के करीब ढाई साल बाद साल 1950 में 26 जनवरी को उसका संविधान मिला था। बता दें कि सन् 1948 के आरंभ में ही डॉ. बी.आर. अंबेदकर ने संविधान सभा में पहली बार संविधान की रूपरेखा प्रस्तुत की थी। हालांकि, इनमें कुछ संशोधनों के बाद नवंबर 1949 में इसे एक्सेप्ट कर लिया गया और 26 जनवरी, 1950 को संविधान पारित हुआ। तब से हर साल इस दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष देश अपना 72वां रिपब्लिक डे मनाने जा रहा है। बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान कहा जाता है।
बता दें कि संविधान के लागू होने के बाद इसके निर्माताओं का ये विचार था कि इस खास मौके को किसी ऐसे अवसर पर मनाया जाए जिसका संबंध पहले से ही राष्ट्रीय गौरव से हो। सबने मिलकर फैसला किया कि ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ यानी 26 जनवरी के दिन ही गणतंत्र दिवस मनाया जाए। बता दें कि इसी दिन सन् 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था।
देश के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक गणतंत्र दिवस के दिन देशवासी स्वतंत्रता सेनानियों व वीर योद्धाओं को स्मरण करते हैं। हर वर्ष इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। रिपब्लिक डे पर देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित है। हालांकि, कई विद्यालयों व संस्थानों में इस दिन रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है।
इस खास मौके पर दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड और झांकियों का आयोजन किया जाता है। इसका समापन 29 जनवरी को बीटिंग द रीट्रीट सेरेमनी के साथ होता है। इसमें भारतीय जल, थल और वायु सेना के बैंड शामिल होते हैं।
ये समारोह राष्ट्रपति भवन के पास मनाया जाता है जिसमें स्वयं भारत के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान होते हैं। तीनों सैन्य टुकड़ियों के प्रमुख उन्हें इस दिन सलामी देते हैं।

