उम्र बढ़ने का असर सेहत और स्किन दोनों पर दिखता है। उम्र बढ़ने पर स्किन पर उसके लक्षण झुर्रियों के रूप में दिखते हैं। स्किन पर रिंकल्स आना उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं। खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल,तनाव और प्रदूषण का असर आपकी स्किन को वक्त से पहले भी बूढ़ा बना सकता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ स्किन में कोलोजन एवं इलास्टिन नामक प्रोटीन की मात्रा लगातार कम होने लगती है जिसकी वजह से स्किन की नमी कम होती जाती है और स्किन डल पड़ने लगती है।

रिवाइव स्किन हेयर एंड नेल क्लिनिक फरीदाबाद में मेडिकल डायरेक्टर एंड डर्मोटॉलिजिस्ट डॉ. संदीप बब्बर के अनुसार ड्राई स्किन पर झुर्रियां जल्दी आती है। अगर आप भी स्किन पर दिखने वाले रिंकल्स से परेशान हैं तो अपनी कुछ आदतों को आज ही छोड़ दें। आपकी ये आदतें आपकी स्किन को बूढ़ा बना रही हैं। आइए एक्सपर्ट से नते हैं कि कौन-कौन सी आदतें स्किन पर रिंकल्स के लिए जिम्मेदार हैं।

धूप में ज्यादा रहने से बढ़ती हैं झुर्रियां:

सूरज की रोशनी में ज्यादा देर तक रहने से यूवी विकिरण स्किन की अंदरूनी परतों में प्रवेश कर सकती है और कोलेजन को तोड़ सकती है, जिससे स्किन कम लचीली हो जाती है। एक्सपर्ट के मुताबिक घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं। मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए एसपीएफ़ 30 या उससे ज्यादा SPF का ही सनस्क्रीन लगाएं। जो लोग धूप में काम करते हैं उनमें जल्दी झुर्रियां पड़ने की संभावना अधिक होती है। घर से बाहर निकलें तो स्किन को ढक कर निकलें। पूरी बाह के कपड़े पहने, मुंह को स्कॉर्फ से कवर करें।

धूम्रपान और शराब को छोड़ दें:

कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक, नई दिल्ली की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और सौंदर्य चिकित्सक डॉ करुणा मल्होत्रा ​​​​ने बताया कि धूम्रपान अक्सर स्किन में रक्त के प्रवाह को कम कर देता है, जिससे उम्र बढ़ने में तेजी आती है। शराब से स्किन रूखी हो जाती है जिसकी वजह से स्किन ताकत और लचीलापन खो देती है। जैसे-जैसे त्वचा ढीली होने लगती है झुर्रियां पड़ने लगती हैं। स्किन को हेल्दी रखने के लिए शराब पीना और धूम्रपान करना छोड़ दें।

नाक-भौं सिकोड़ने से भी पड़ती है झुर्रियां:

डॉ. मल्होत्रा ​​ने कहा कि आपके चेहरे की गतिविधियां जैसे आपकी भौहों को सिकोड़ना और त्योरियां चढ़ाना भी झुर्रियों को बढ़ाने में असरदार हो सकता है। जब आप स्क्विंट करते हैं तो आपके चेहरे की मांसपेशियां कड़ी हो जाती हैं। आपकी स्किन की कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं और वो अपनी कोमलता खो देती हैं।

तनाव की वजह से आती है झुर्रियां:

डॉ. बब्बर ने बताया कि जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर कम कोलेजन का उत्पादन करने लगता है और तनाव से भी कोलेजन कम होने लगता है। इससे सूजन हो सकती है। तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के अधिक होने से स्किन में कोलेजन और इलास्टिन कम हो सकता है जिससे झुर्रियां पड़ती हैं।

ड्राई स्किन की वजह से आती है जल्दी झुर्रियां:

डॉ. मल्होत्रा ​​ने बताया अगर आपकी स्किन ड्राई है तो आपको झुर्रियां होने की संभावना ज्यादा है। ड्राई स्किन के लोगों में कम सीबम का उत्पादन होता है। सीबम स्किन में मौजूद नेचुरल मॉइस्चराइजर है जो आपकी स्किन को जलवायु की मार से बचाने के लिए एक बाधा के रूप में कार्य करता है। झुर्रियों को रोकने के लिए स्किन को नियमित रूप से दिन में कम से कम दो बार मॉइस्चराइज़ करें।