गर्भावस्था का समय हर महिला के जीवन में बेहद ही खास होता है। इस दौरान उनके गर्भ में पल रही नन्हीं-सी जान उन्हें मां होने का पहली बार अहसास दिलाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के शारिरिक और मानसिक बदलाव आते हैं। इसके चलते कुछ महलाएं तनाव में रहती हैं। गर्भावस्था के दौरान उल्टी आना, सिरदर्द, थकान, मार्निंग सिकनेस और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं होना आम है।

हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ ऐसे लक्षण भी दिखाई देते हैं, जिनके कारण आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। वैसे तो ज्यादातर महिलाएं इन लक्षणों पर ध्यान नहीं देती लेकिन महिलाओं को इनसे बचना बेहद ही जरूरी है।

काले और भूरे मस्से: गर्भवास्था के दौरान अक्सर महिलाओं के शरीर पर काले और भूरे रंग के मस्से हो जाते है। यह मस्से हार्मोन्स में बदलाव और वजन बढ़ने के कारण हो सकते हैं। यह मस्से शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं। हालांकि प्रसव के बाद अक्सर यह खुद-ब-खुद ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर प्रसव के बाद भी मस्से ठीक नहीं हो रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

मुंह में लार: गर्भावस्था के दौरान अगर मुंह में अतिरिक्त लार आ रही है तो यह समस्या का कारण बन सकता है। मुंह से अतिरिक्त लार आने को मेडिकल भाषा में पाइलिजम्म ग्रेविडेरम कहा जाता है। हालांकि ऐसा क्यों होता है, यह बात किसी को नहीं पता।

सांस फूलना: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सांस फूलने की भी समस्या होती है। ऐसा हार्मोन्स में बदलाव के कारण होता है।

मसूड़ों में दर्द: प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण मसूड़ों में दर्द होना और खून आने की समस्या भी होने लगती है। हालांकि अगर लगातार प्रयासों के बाद भी यह समस्या ठीक नहीं हो रही तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

नाक बहना: प्रेग्नेंसी के दौरान 20 प्रतिशित महिलाओं को राइनाइटिस की समस्या परेशान करती है। इसके कारण छींके आना और नाक बहने की समस्या होती है। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप प्रणायाम के साथ ही नेजल स्प्रे आदि का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।