How to Stop Negative Thoughts: दुनिया में दो तरह के विचार होते हैं, पहला सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक। कई लोगों पर दोनों विचारों में से सबसे अधिक नकारात्मक विचार हावी रहती है। नकारात्मक विचार आने से लोग काफी परेशान रहते हैं। कई बार नकारात्मक विचार को सकारात्मक में बनाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय भी करते हैं, लेकिन लंबे समय के लिए उबर नहीं पाते हैं।
कई बार लाइफ में कुछ इस तरह की घटना घट जाती है, जिस पर मन हमेशा विचलित होता रहता है। कई बार लोग कुछ चीजों को लेकर इतना सोचने लगते हैं,जिससे वह और अधिक परेशान होने लगते हैं। कई बार नकारात्मक विचार लोगों पर इस तरह हावी होती है, जिससे वह हमेशा परेशान रहते हैं।
विचारों को रोकना क्यों होता है चुनौतीपूर्ण?
मन में आए गलत विचारों को रोकना और हमेशा सकारात्मक विचारों को लाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। हालांकि, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि इसको रोका नहीं जा सकता है। इसको रोकने के लिए आपको खास रणनीति पर काम करना होता है। आप अपने मन में आने वाले विचारों को पहचान कर इसको ठीक कर सकते हैं। सबसे पहले ये पहचानें कि विचार नकारात्मक है या सकारात्मक। विचार जब पहचान में आ जाए तो इस बात पर ध्यान दें कि यह किस कारण से मन में आ रहा है।
क्या कहते हैं सद्गुरु?
सद्गुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक, नकारात्मक विचार को नकारात्मक नहीं मानना चाहिए क्योंकि वह एक विचार है। वह सद्गुरु कहते हैं कि इस तरह के विचार इस लिए मन में आ रहे हैं क्योंकि यह आपको पसंद है। अगर आप विचार को गलत मान रहे हैं तो यह कुछ भी नहीं है सिर्फ मन का दस्त है। उनके मुताबिक, विचारों को रोकना नहीं चाहिए। सद्गुरु का कहना है कि मन में आ रहे विचारों को आप अपने भोजन से नियंत्रित कर सकते हैं। आप जिस तरह का भोजन करेंगे, विचार उसी तरह के आपके मन में आएंगे।
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