Cocopeat at home: पौधे लगाना बहुत मुश्किल काम नहीं है अगर आप सही से मिट्टी तैयार कर लें। दरअसल, किसी भी पौधे को लगाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है इसके मिट्टी का सही लेयरिंग तैयार करें। इसके लिए आपको दो से तीन लेयरिंग तैयार करनी होती है जिसमें कि पहला लेयर मिट्टी का हो, दूसरा खाद और तीसरा कोकोपीट का। कोकोपीट में नमी लंबे समय तक लॉक रहती है और इसके साथ पौधों की गोथ बढ़ाने में मदद मिलती है। पर सवाल ये है कि कोकोपीट क्या है, कोकोपीट कैसे तैयार किया जाता है और पौधों के लिए कोकोपीट का उपयोग कैसे करें।
कोकोपीट क्या है-What is Cocopeat
कोको पीट, नारियल की भूसी के अंदर के गूदे से बनाई जाती है। यह स्वाभाविक रूप से एंटी-फंगल है, जो इसे बीज बोने के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है। कोको पीट बागवानी का उपयोग मिट्टी संशोधन, पॉटिंग मिक्सचर और हाइड्रोपोनिक उत्पादन में भी किया जाता है। आप इससे हर प्रकार के पौधों को लगा सकते हैं और अच्छी तरह से उगा सकते हैं।
पौधों के लिए कोकोपीट का उपयोग कैसे करें-How to use cocopeat for plants
पौधों के लिए कोकोपीट का उपयोग आप व्यापक तरीके से कर सकते हैं। इसके लिए आपको करना ये है कि
-कोकोपीट को खोलकर पानी में डाल लें।
-जब से फैल जाए तो इसे पानी से निकाल लें।
-अब इसमें थोड़ा, NPK और वर्मीकंपोस्ट मिलाएं।
-अब मिट्टी के साथ मिलाए हुए एक गमला तैयार करें।
-फिर इसमें एक पौधा लगा लें।
कोकोपीट के फायदे-Cocopeat benefits plants
-कोकोपीट किचन गार्डन में इस्तेमाल करके आप कई प्रकार की सब्जी लगा सकते हैं।
-कोकोपीट को पौधे में डालने से मिट्टी में नमी बनी रहती है।
-मिट्टी में कोकोपीट डालने से जंगली घास नहीं उगते।
कोकोपीट लंबे समय तक नमी को बनाए रखती है। तो अगर आप कहीं जा रहे हैं और आपके पौधों को आपने कोकोपीट डालकर तैयार किया है तो आपको कम से कम 4 से 5 दिन पानी डालने की चिंता नहीं करनी है। इसके अलावा बिना पानी 10 दिनों तक भी आपका पौधों सूखेगा नहीं।