How To Identify Pure Camphor: कपूर, सिंदूर, मेवा, जनेऊ, कलावा या फिर प्रसाद हर पूजा में करीब-करीब इसका इस्तेमाल किया ही जाता है। हालांकि, मार्केट में कुछ चीजों को छोड़कर बहुत सारे चीज मार्केट में धड़ल्ले से नकली मिल रहा है। वहीं, कपूर की बात करें तो पूजा के साथ-साथ इसका उपयोग स्वास्थ्य को भी बेहतर रखने के लिए किया जाता है। हालांकि, मार्केट में नकली कपूर बड़े पैमाने पर मिल रहा है, जिसको लोग असली मान कर खरीद भी रहे हैं।

निगेटिव एनर्जी को दूर करता है कपूर

वहीं, पूजा में कपूर को जलाने से घर की निगेटिव एनर्जी दूर होती है और घर में आए खराब बैक्टीरिया भी खत्म होते हैं। हालांकि, अगर नकली कपूर को आप अपने घर पर जलाते हैं तो बेनिफिट की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है। कपूर खरीदते समय अगर आप भी नकली और असली की पहचान नहीं कर पाते हैं तो यह लेख आपके लिए है। हम आपको बताएंगे कि आप आसानी से किस तरह कपूर की पहचान कर सकते हैं।

नकली कपूर की पहचान कैसे करें?

अगर आप भी कपूर खरीदने मार्केट गए हैं और वहां जाकर सोच रहे हैं कि यह कपूर नकली है या असली तो आप ठहरें। सबसे पहले आप कपूर को अपने हाथों में उठाएं और उसके रंगों को एकदम ध्यान से देखें। अगर कपूर का रंग हल्का भूरा या फिर पीला हो तो यह असली नहीं है। दरअसल, कपूर में सफ्रोल नाम का एक पदार्थ मिला होता है, जिस कारण यह भूरा और पीला रंग का हो जाता है। इसको जलाने से सांस संबंधी बीमारी हो सकती है। नकली कपूर को आप सूंघ कर भी पहचान सकते हैं। अगर सूंघते समय आपकी नाक में खुजली जैसा लगे तो यह नकली है।

असली कपूर को इस तरह  करें पहचान

असली कपूर किसी भी अन्य रंग का नहीं होता है। यह एकदम सफेद होता है। इसको जलाने पर किसी भी तरह का राख नहीं बचता है। असली कपूर को आप पानी में डालकर भी पहचान सकते हैं। अगर यह पानी में नीचे बैठ जाए तो यह असली है। यह आसानी से नहीं जलता है और इसको जलाने में काफी समय लगता है। इसको जलाने पर धुआं एकदम काला नजर आता है और हल्की मीठी गंध महसूस होती है।