बाजार में बिकने वाली लगभग सभी चीजें मिलावटी होती हैं। अधिक मुनाफा कमाने के लिए लोग खाद्य पदार्थों में भी मिलावट करने से बाज नहीं आते। मिर्च मसाले हों या फिर डेयरी प्रोडक्ट, दाल और तेल आदि लगभग हर चीजों में मिलावट की जाती है। ऐसे में खाद्य पदार्थ असली हैं या फिर मिलावटी इनकी पहचान कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। सरसों के तेल का हम रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं। सरसों के तेल का इस्तेमाल सब्जी बनाने के लिए किया जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सरसों का तेल जितना शुद्ध होता है, उतना ही वह शरीर के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन मिलावटी सरसों का तेल स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
गांव के इलाकों में आज भी लोग चक्की से सरसों का तेल निकलवाकर इस्तेमाल करते हैं, जो पूरी तरह से शुद्ध होता है। हालांकि शहरों में ज्यादातर लोग मार्केट से ही सरसों का तेल खरीदते हैं, ऐसे में उनकी शुद्धता की कोई गारंटी नहीं होती। लेकिन आज हम आपको टिप्स और ट्रिक्स बताएंगे, जिनके जरिए आप सरसों के तेल की शुद्धता की जांच आसानी से कर सकते हैं।
इस तरह करें मिलावटी सरसों के तेल की पहचान:
केमिकल टेस्ट के जरिए: घर में रखे सरसों के तेल की जांच आप साइंटिफिक तरीके से भी कर सकते हैं। इसके लिए टेस्ट ट्यूब में सरसों के तेल की कुछ बूंदें डाल लें। फिर इसमें नाइट्रिक एसिड की बूंदें ड्रॉपर के जरिए डालें। अब इस मिश्रण को थोड़ा-सा हिलाएं और 2-3 मिनट के लिए गर्म कर लें। अगर तेल का रंग लाल हो जाए तो समझ जाइये की वह मिलावटी है।
गंध से करें पहचान: सरसों के तेल की गंध बहुत तेज होती है। ऐसे में असली और मिलावटी सरसों के तेल का पता लगाने के लिए उसे सूंघकर देखें। अगर उसमें तेज गंध नहीं आ रही तो समझ जाइये की वह मिलावटी है।
रंग से पहचाने: सरसों का तेल गहरे रंग का और काफी गाढ़ा होता है। लेकिन आपने जो तेल खरीदा है, अगर उसका रंग हल्का पीला है तो उसमें मिलावट की संभावना हो सकती है।